उत्तराखंड में खेल मैदानों के बढ़ते दाम, आयोजक परेशान
उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के खेल मैदानों में खेल आयोजन कराना टेढ़ी खीर बनता जा रहा है। इसका कारण विभिन्न संस्थाओं की ओर से खेल मैदान के किराए में बढ़ोत्तरी करना है।
देहरादून, [जेएनएन]: उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के खेल मैदानों में खेल आयोजन कराना टेढ़ी खीर बनता जा रहा है। सरकारी मैदानों को छोड़ अन्य विभागों ने अपने मैदान में आयोजन को लेकर बुकिंग के दामों पर बढ़ोतरी कर दी है। यह हाल तब है, जबकि मैदान के रखरखाव का कार्य भी आयोजकों को ही करना पड़ता है। ऐसे में आयोजकों को प्रतियोगिताएं कराने से पहले कई बार सोचना पड़ रहा है।
राजधानी में यूं तो सालभर खेल आयोजनों की भरमार रहती है। आउटडोर खेल जैसे फुटबॉल, क्रिकेट आदि के लिए पवेलियन मैदान, रेंजर्स ग्राउंड, सर्वे स्टेडियम, महाराणा प्रताप स्पोर्टस कॉलेज आदि सबसे मुफीद रहता है।
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क्रिकेट के अधिकांश आयोजन रेंजर्स ग्राउंड में होते आ रहे हैं। जाहिर सी बात है कि विभागों ने ग्राउंड में आयोजन के लिए फीस भी तय कर रखी हैं। अब इसमें खासी बढ़ोतरी आयोजकों के लिए परेशानी बन गई हैं।
खेल विभाग के मैदानों की बात करें तो पवेलियन मैदान में अमूमन फुटबॉल का ही आयोजन होता है। इसकी बुकिंग के लिए विभाग ने छह सौ रुपये प्रतिदिन के हिसाब से तय कर रखे हैं। वहीं, स्पोर्ट्स कॉलेज में यदि क्रिकेट का आयोजन करना है तो दो हजार रुपये प्रतिदिन देने होते हैं।
हालांकि इन मैदानों पर छूट भी मिल जाती है। वहीं, केंद्रीय संस्थानों के मैदान की बात करें तो सर्वे स्टेडियम का प्रतिदिन किराया छह हजार तक रखा गया है। वहीं, एफआरआइ ने पहली जनवरी से रेंजर्स ग्राउंड की बुकिंग पांच हजार रुपये प्रतिदिन तय कर दी है, उस पर 14 फीसद टैक्स अलग से है। पहले यह रेट 15 सौ रुपये प्रतिदिन और 14 फीसद टैक्स था। यह सिर्फ बुकिंग के रेट हैं। प्रतियोगिताओं के दौरान आयोजकों को ही रख-रखाव करना पड़ता है।
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बुकिंग की दरें हों कम
जिला क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव विजय प्रताप मल्ल के मुताबिक, रेंजर्स ग्राउंड में गोल्ड कप जैसे प्रतिष्ठित क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन होता है। कई बड़ी प्रतियोगिताएं होती हैं। टूर्नामेंट के लिए ग्राउंड की बुकिंग पहले ही करनी पड़ती है। ऐसे में बुकिंग के रेट बढ़ने से आयोजकों को काफी परेशानी होगी। खेलों को बढ़ावा मिले, इसके लिए विभाग को मैदान के रेट में कमी करनी चाहिए।
बढ़ेगी परेशानी
यूपीएल के चेयरमैन अनिल डोभाल के अनुसार, ऑल इंडिया व यूपीएल का आयोजन रेंजर्स मैदान में होता आ रहा है। इसके लिए 15-20 दिन पहले बुकिंग करानी पड़ती है। स्पांसर न मिलने के कारण आयोजकों को सारा खर्च वहन करना पड़ता है। रेट बढ़ने से परेशानी बढ़ना लाजमी है। खेल भावना को ध्यान में रखते हुए पहले जैसा ही चार्ज लिया जाए।