कूड़ा उठान के यूजर चार्ज में हो रही है अवैध वसूली, ऐसे हो रहा है खेल
आजकल कंपनी चेन्नई एमएसडब्लू के कुछ कर्मचारियों ने यूजर चार्ज में अवैध वसूली शुरू कर दी है। यह कर्मचारी रसीद तो एक महीने की दे रहे लेकिन वसूल कर रहे दो माह के सौ रुपये।
देहरादून, अंकुर अग्रवाल। अगर डोर-टू-डोर कूड़ा उठान कर रही कंपनी चेन्नई एमएसडब्लू या नगर निगम के नाम पर आपसे यूजर चार्ज के नाम पर बगैर रसीद कोई शुल्क लिया जा रहा है तो आप सतर्क हो जाएं। दरअसल, आजकल कंपनी के कुछ कर्मचारियों ने यूजर चार्ज में अवैध वसूली शुरू कर दी है। यह कर्मचारी रसीद तो एक महीने की दे रहे, लेकिन वसूल कर रहे दो माह के सौ रुपये। शहर के कई वार्ड में इस तरह की शिकायतें आ रही हैं। जहां से फरवरी और मार्च का यूजर चार्ज वसूला गया और रसीद केवल मार्च की दी गई है। इसकी शिकायत पर कंपनी ने जांच बैठा दी है व आरोपी कर्मचारियों को चिह्नित किया जा रहा है।
पांच साल की मशक्कत के बाद नगर निगम ने शहर में डोर-टू-डोर कूड़ा उठान का जिम्मा नई कंपनी को दिया है। शुरुआत में वर्ष 2011 से मार्च 2014 तक यह काम डीवीडब्लूएम कंपनी ने देखा, लेकिन बाद में हाथ खड़े कर दिए। फिर नगर निगम ने यह काम अपने निर्देशन में एक आउट-सोर्सिग कंपनी के जरिए कराया लेकिन यूजर-चार्ज में हर महीने निगम को दस से पंद्रह लाख रुपये की चपत लगती रही। पहले निगम में 25 लाख के आसपास यूजर चार्ज आ रहा था, जो महज 10 लाख रह गया। इस बीच जनवरी-18 में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट शुरू हुआ तो डोर-टू-डोर कूड़ा उठान टेंडर कराना भी जरूरी हो गया। हालात ये हैं कि निगम ने इस काम के लिए उसी कंपनी की सहयोगी कंपनी का चयन किया जो सॉलिड वेस्ट प्लांट संभाल रही। इसमें सांठगांठ का आरोप भी लगा पर सब ठंडे बस्ते में चला गया।
बहरहाल, इस साल फरवरी के पहले सप्ताह में नई कंपनी ने 15 वार्ड से कूड़ा उठान का ट्रायल शुरू किया और माह के अंत में 30 वार्ड से कूड़ा उठान शुरू कर दिया गया। मौजूदा समय में कंपनी पुराने परिसीमन के सभी 60 वार्ड में कूड़ा उठान का दावा कर रही। हालांकि, शिकायतें हैं कि नई कंपनी भी पुराने नक्शे-कदमों पर चल रही और हफ्ते में दो से तीन दिन ही गाड़ी आ रही। इन सभी के बीच कंपनी के कर्मचारियों पर यूजर चार्ज में अवैध वसूली के आरोप भी लगने लगे हैं। कौलागढ़ और भंडारीबाग से मिली शिकायतों में लोगों का आरोप है कि कंपनी कर्मचारी दो महीने का यूजर चार्ज लेकर एक माह की रसीद दे रहे हैं। फरवरी का भी चार्ज लिया जा रहा है, जबकि फरवरी में कूड़ा उठान आखिर के ही दिनों में शुरू हुआ था।
व्यावसायिक प्रतिष्ठानों से चेक या ड्राफ्ट से वसूला जाएगा यूजर चार्ज
आवासीय भवनों से यूजर चार्ज में अवैध वसूली की शिकायतों के मद्देनजर कंपनी ने व्यावसायिक प्रतिष्ठानों के लिए केवल चेक या ड्राफ्ट से यूजर चार्ज लेने के निर्देश दिए हैं। दरअसल, व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में श्रेणी के हिसाब से यूजर चार्ज 100 रुपये से लेकर दस हजार रुपये तक वसूला जाता है। इसमें बड़ी धांधली की आशंका रहती है और पूर्व में इसके कई उदाहरण भी सामने आ चुके हैं। चेन्नई एमएसडब्लू कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर मोहित द्विवेदी ने बताया कि किसी तरह की धांधली न हो, इसलिए बैंक चेक या ड्राफ्ट का ही प्रावधान रखा गया है। व्यावसायिक प्रतिष्ठानों से अगर कंपनी के कर्मचारी नकद शुल्क मांगते हैं तो साफ मना कर दें।
बोले कंपनी के प्रोजेक्ट मैनजर
मोहित द्विवेदी (प्रोजेक्ट मैनजर, चेन्नई एमएसडब्लू कंपनी) का कहना है कि कंपनी की यूजर चार्ज रसीद पर पचास रुपये प्रतिमाह शुल्क अंकित है। इसमें कोई छेड़छाड़ नहीं की जा सकती। अगर कहीं से दो माह का शुल्क लेकर एक माह की पर्ची दी गई है तो गलत है। इसकी जांच की जा रही है। लोगों से भी अपील है कि वे बगैर रसीद लिए किसी को शुल्क न दें। अगर दो माह का शुल्क दे रहे हैं तो दो रसीदें जरूर लें। अगर कोई कर्मचारी ऐसा करने से मना करता है तो इसकी शिकायत करें।
बोले मेयर साहब
सुनील उनियाल गामा (महापौर) का कहना है कि आमजन से किसी भी तरह की अवैध वसूली नहीं होने दी जाएगी। हमारी राज्य व नगर निगम की सरकार का एक ही लक्ष्य है, जीरो-टॉलरेंस। अवैध वसूली को लेकर कूड़ा उठान कंपनी से जुड़े अधिकारियों को तलब कर जवाब मांगा जाएगा। भविष्य में ऐसी घटना रोकने के लिए नगर निगम के अधिकारियों की जिम्मेदारी भी तय होगी।
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