Move to Jagran APP

उत्तराखंड के पर्वतीय मार्गों पर निजी बसों में यात्रियों से अवैध वसूली

उत्तराखंड में पर्वतीय मार्गों पर राज्य परिवहन प्राधिकरण की ओर से बसों में किराया डेढ़ रुपये प्रति किमी किए जाने के बावजूद निजी बसों में यात्रियों से अवैध वसूली हो रही।

By Bhanu Prakash SharmaEdited By: Published: Fri, 06 Mar 2020 01:14 PM (IST)Updated: Fri, 06 Mar 2020 01:14 PM (IST)
उत्तराखंड के पर्वतीय मार्गों पर निजी बसों में यात्रियों से अवैध वसूली
उत्तराखंड के पर्वतीय मार्गों पर निजी बसों में यात्रियों से अवैध वसूली

देहरादून, जेएनएन। उत्तराखंड में पर्वतीय मार्गों पर राज्य परिवहन प्राधिकरण की ओर से बसों में किराया डेढ़ रुपये प्रति किमी किए जाने के बावजूद निजी बसों में यात्रियों से अवैध वसूली हो रही। बसों में यात्रियों से दो से ढाई रुपये तक प्रति किमी किराया वसूला जा रहा। ऐसी शिकायत पर सहायक परिवहन आयुक्त सुधांशु गर्ग द्वारा उत्तरकाशी जाने वाली एक बस पकड़ी गई। बस में यात्रियों से दो रुपये प्रति किमी दर से किराया लिया गया था और यह निर्धारित रूट के बजाए दूसरे रूट से जा रही थी। सहायक परिवहन आयुक्त ने बस का चालान कर कागजात जब्त कर लिए और इसका परमिट निरस्त करने के लिए रिपोर्ट आरटीओ कार्यालय भेज दी।

loksabha election banner

प्राधिकरण ने पिछले दिनों ट्रांसपोर्टरों की मांग पर पर्वतीय मार्गों पर किराया 1.08 रुपये प्रति किमी से बढ़ाकर 1.50 रुपये प्रति किमी किया था। साथ ही हिदायत दी थी कि ज्यादा किराया वसूले जाने की शिकायत पर संबंधित बस का परमिट निरस्त कर दिया जाएगा। इसके बावजूद निजी बस आपरेटर बाज नहीं आ रहे और यात्रियों से मनमाना किराया वसूल किया जा रहा।

सहायक आयुक्त सुधांशु गर्ग औचक चेकिंग पर निकले तो उन्हें दून से उत्तरकाशी जा रही बस मसूरी मार्ग पर मिली, जबकि इस बस का विभाग की ओर से तय मार्ग वाया ऋषिकेश होकर था। सहायक आयुक्त ने किराए को लेकर यात्रियों से पूछताछ की तो किराया दो रुपये की दर से वसूला जाना सामने आया। जिस पर सहायक आयुक्त ने बस का चालान कर कागजात जब्त कर लिए। वहीं, निजी बसों के साथ ही सिटी बसों और विक्रमों में भी अधिक किराया वसूली की शिकायतें मिली हैं। सहायक आयुक्त ने आरटीओ को इसमें औचक चेकिंग कराने के निर्देश दिए हैं। 

पांच डग्गामार बसें सीज

परिवहन विभाग व रोडवेज की संयुक्त टीम ने चेकिंग में रोडवेज को चूना लगा रहीं पांच डग्गामार डीलक्स बसें सीज कर दीं। एआरटीओ प्रवर्तन अरविंद कुमार पांडेय व रोडवेज के मंडलीय प्रबंधक सीपी कपूर के नेतृत्व में चार टीमों ने दिल्ली और हरिद्वार हाइवे पर चेकिंग में पांच वाल्वो, स्लीपर व एसी बसें सीज कीं। 

यह भी पढ़ें: उत्तराखंड परिवहन निगम को घाटे से उबारने की कोशिश, मिली 110 करोड़ की संजीवनी

ये बसें लखीमपुर समेत दिल्ली, चंडीगढ़ व फरीदाबाद जा रही थीं। इस दौरान दो दर्जन अन्य डग्गामार वाहनों के चालान भी किए गए। एआरटीओ द्वारा बताया कि पिछले दिनों सचिव परिवहन ने आइएसबीटी व इसके आसपास से अवैध रूप से चल रहीं निजी बसों पर कार्रवाई के आदेश दिए थे। इसी क्रम में कार्रवाई चल रही है। सीज की गई बसों में बैठे यात्रियों को रोडवेज की बस से रवाना किया गया।

यह भी पढ़ें: उत्तराखंड के रोडवेज कर्मियों को त्योहारी सीजन में मिलेगा नकद गिफ्ट


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.