आइआइपी में भी शुरू हुई कोरोना की जाच
जाच का दायरा अब और बढ़ाया जा रहा है। इसी क्रम में बुधवार से इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ पेट्रोलियम (आइआइपी) में भी कोरोना की जाच शुरू हो गई है।
जागरण संवाददाता, देहरादून: उत्तराखंड में अन्य राज्यों से प्रवासियों का पहुंचना लगातार जारी है। इसके साथ ही कोरोना संक्रमितों की संख्या भी बढ़ रही है। ऐसे में बढ़ती सैंपलिंग के कारण प्रयोगशालाओं पर बढ़ रहा बैकलॉग भी चुनौती बन गया है। ऐसे में जाच का दायरा अब और बढ़ाया जा रहा है। इसी क्रम में बुधवार से इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ पेट्रोलियम (आइआइपी) में भी कोरोना की जाच शुरू हो गई है। अपर सचिव स्वास्थ्य युगल किशोर पंत व संस्थान के निदेशक अंजन रे ने संयुक्त रूप से लैब का उद्घाटन किया।
आइआइपी के निदेशक अंजन रे ने कहा कि लैब की स्थापना के बाद अब राज्य में कोरोना की जाच में और तेजी आएगी। उन्होंने कहा कि शुरुआती चरण में लैब में प्रतिदिन 50 सैंपल की जाच की जाएगी। एक सप्ताह बाद इसे बढ़ाकर 100 सैंपल प्रतिदिन कर दिया जाएगा। अपर सचिव युगल किशोर पंत ने कहा कि आइआइपी में लैब शुरू होने से अन्य प्रयोगशालाओं पर भी दबाव कम होगा। कोरोना के खिलाफ लड़ाई में अधिक से अधिक टेस्ट जरूरी हैं। इसी के तहत लगातार जाच का दायरा बढ़ाया जा रहा है। अब इस लैब के शुरू होने से जाच की रफ्तार में निश्चित रूप से तेजी आएगी। अन्य संचारी रोगों जैसे डेंगू, स्वाइन फ्लू आदि में भी यह लैब उपयोगी साबित होगी।
बता दें, सरकारी क्षेत्र में अभी हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज, दून मेडिकल कॉलेज, श्रीनगर मेडिकल कॉलेज व एम्स ऋषिकेश में कोरोना की जाच की सुविधा है। इसके अलावा दून स्थित एक निजी लैब में भी जाच की जा रही है। पर प्रवासियों की आमद बढ़ने के साथ ही सैंपलिंग की रफ्तार बढ़ गई है और इस कारण प्रयोगशालाओं पर बहुत ज्यादा दबाव है। इस दौरान आइआइपी के वैज्ञानिक डॉ. देवाशीष, डॉ. भाष्कर, स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. अर्जुन सेंगर, आइडीएसपी के राज्य नोडल अधिकारी डॉ. पंकज कुमार सिंह आदि उपस्थित रहे।