बैंको में हो रहा शारीरिक दूरी के नियम का उल्लंघन
विकासनगर नगर और आसपास के क्षेत्रों में स्थित बैंक शाखाओं के बाहर लग रही लंबी लाइनों से कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ रहा है। लाइनों में न तो शारीरिक दूरी का ख्याल रखा जा रहा है और न ही मास्क लगा रहे हैं।
संवाद सहयोगी, विकासनगर: नगर और आसपास के क्षेत्रों में स्थित बैंक शाखाओं के बाहर लग रही लंबी-लाइनों से कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ रहा है। लाइनों में न तो शारीरिक दूरी के नियम का पालन किया जा रहा है और न ही मास्क लगाने की। महामारी की भयावह स्थिति में भी ग्राहक लापरवाही कर रहे हैं।
विकासनगर, हरबर्टपुर, सहसपुर, ढकरानी, सेलाकुई आदि क्षेत्रों में स्थित विभिन्न बैंक शाखाओं पर प्रतिदिन बड़ी संख्या में भीड़ उमड़ रही है। कोरोना वायरस संक्रमण के लिहाज से यह खतरनाक है। लेनदेन के अलावा अन्य कार्यों के लिए शाखाओं में पहुंच रहे ग्राहक सुबह से ही लाइन लगाकर खड़े हो रहे हैं। बैंकों के अंदर सुरक्षा की दृष्टिकोण से एक बार में केवल पांच व्यक्तियों को प्रवेश दिया जा रहा है, जिससे लाइन में लगी ग्राहकों की भीड़ से स्थिति और गंभीर हो रही है। ऐसी ही स्थिति बैंकों के बाहर बने एटीएम पर भी देखने में आ रही है। व्यवस्था बनाने के लिए भी किसी प्रकार का प्रयास बैंक शाखाओं की ओर से नहीं किया जा रहा है। ग्राहक स्वयं कतार में खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं। इस दौरान न तो उनमें शारीरिक दूरी का कोई ख्याल है और न ही मास्क की अनिवार्यता उन पर लागू हो रही है।
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बैंक शाखाओं में इस समय लेनदेन का काम ही अधिकतर किया जा रहा है। इसके अलावा ऋण आदि के बड़े काम फिलहाल अधिक नहीं हो रहे हैं। इसके बाद भी ग्राहकों की भीड़ बढ़ रही है। बैंक अपने स्तर से व्यवस्था बना रहे हैं, लेकिन ग्राहकों को भी इस मामले में जागरूक होना पड़ेगा। बैंक में खाता खुलने से लेकर अधिकतर काम ऑनलाइन हो रहे हैं। ग्राहकों को अपने कार्यो को ऑनलाइन माध्यम से संचालित करना चाहिए, जिससे भीड़ की स्थिति कुछ कम हो सके। इसके अलावा 10-15 दिन बाद जो कार्य आगे बढ़ाए जा सकते हैं उसे रोक दिया जा रहा है। लाइनों में शारीरिक दूरी और मास्क, सैनिटाइजर आदि के प्रयोग जैसी सावधानियों का पालन ग्राहक को स्वयं करना चाहिए।
वीके जोशी, मुख्य प्रबंधक एसबीआई विकासनगर।