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हल्की बारिश से सर्दी लौटने के बावजूद होली की मस्ती में डूबा उत्तराखंड

होली के त्योहार में फिर से मौसम झटका दे रहा है। दून हरिद्वार में सुबह से हल्की बूंदाबांदी से लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। इसके बावजूद होली का उल्लास जोरों पर है।

By BhanuEdited By: Published: Wed, 20 Mar 2019 09:14 AM (IST)Updated: Thu, 21 Mar 2019 10:11 AM (IST)
हल्की बारिश से सर्दी लौटने के बावजूद होली की मस्ती में डूबा उत्तराखंड
हल्की बारिश से सर्दी लौटने के बावजूद होली की मस्ती में डूबा उत्तराखंड

देहरादून, जेएनएन। होली के त्योहार में फिर से मौसम झटका दे रहा है। पहाड़ों में मौसम साफ है, वहीं दून, हरिद्वार में सुबह से हल्की बूंदाबांदी से लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। इसके बावजूद होली का उल्लास जोरों पर है। जगह-जगह होली मिलन कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। 

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रात नौ बजे से 12 बजे के बीच होलिका दहन का मुहूर्त है। इसके बाद रंगों की होली खेली जाएगी। मौसम के मिजाज को देखते हुए इस बार पानी से होली खेलने में लोगों को परेशानी हो सकती है। हालांकि, मौसम विभाग ने गुरुवार को मौसम साफ रहने की भविष्यवाणी की है। इन सबके बावजूद दून के विभिन्न स्थानों पर पूजा अर्चना के साथ ही होली मिलन कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। 

हरिद्वार, देहरादून में सुबह तेज हवाएं चलने के साथ ही हल्की बूंदाबांदी से मौसम में ठंडक फिर से लौट आई। पहाड़ों में धूप खिली है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले दो दिन मैदान में मौसम सुहावना रहेगा। 

वहीं गुरुवार को उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग और पिथौरागढ़ जिलों में ऊंचाई वाले इलाकों के साथ ही कई जगह बारिश हो सकती है। वहीं देहरादून, हरिद्वार और ऊधमसिंह नगर जिलों में लोग होली का जमकर लुत्फ उठा सकेंगे। 

बृज में होली रे रसिया..

नन्हीं दुनिया में आयोजित होली मिलन समारोह में छोटे बच्चों ने अवध अंदाज में होली खेली गई। कान्हा के नटखट किरदार और गोपियों के शानदार अभिनय ने हर किसी को अवध की होली का अहसास कराया। 

खासकर जब 'आज बृज में होली रे रसिया.' पर दी गई प्रस्तुति ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। वहीं, हर रंगारंग प्रस्तुतियों में कला के रंगों की बौछार होती रही। मंगलवार को नन्हीं दुनिया में हुए होली कार्यक्रम की शुरुआत पूमल शर्मा निर्देशित राजस्थानी नृत्य 'बलम पिचकारी' से हुई। 

हाथों में पिचकारी और रंग-बिरंगे पानी की बौछारों के बीच हर किसी पर होली का रंग चढ़ गया। राजस्थानी अंदाज में होली खेलने की प्रस्तुति को सभी ने पसंद किया। नन्हें बच्चों की ओर से प्रस्तुत 'नटवर ने रास रचाई रे' नृत्य भी खास रहा। 

इसमें कृष्ण के बाल्यकाल के नटखट अंदाज को दर्शाया गया। गोपियों को तंग करना, माखन चोरना, गोपियों के साथ रासलीला का दृश्य दिखाया गया। वहीं, बाद में 'आज बृज में होली रे रसिया.' में अवध की होली खेली गई। आसमां की ओर उड़ता अबीर गुलाल और गुलाल में रंगे चेहरे अवध की होली का अहसास कराते रहे। 

आयोजक सात्विका गोयल ने भी गीत के माध्यम से प्रस्तुति को और खास बनाया। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि कर्नल रवि मेहोत्रा व अन्य उपस्थित रहे। रंग-बिरंगी मटकी से सजावट बच्चों ने स्कूल के परिसर को खास अंदाज में सजाया हुआ था। मटकी, छाते, कागज की बनाई चिड़िया व तितलियां हर किसी का ध्यान आकर्षित कर रही थी। बच्चों ने विभिन्न आकृतियों की रंगोली भी बनाई।

होली में खास पकवान

द्रोणनगरी में होली पर्व को लेकर लोगों में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। हो भी क्यों न, होली का अपना खास महत्व होता है। खुशियों का यह पर्व सिर्फ अबीर गुलाल तक सीमित नहीं रहता, बल्कि इसमें अनेकों खानपान की भी खास परंपरा रहती है। दून में भी लोगों ने होली पर खास तरह के पकवान बनाने की तैयार कर ली है। 

इसके लिए बाजारों में खरीददारी की गई। पापड़, आलू चिप्स की खास मांग होली पर्व पर पापड़, आलू चिप्स बनाने की परंपरा है। इस दिन पकवान जो भी बना हो, लेकिन घरों में पापड़, चिप्स भी जरूर बनाई जाती। 

गुजिया की बिक्री ने पकड़ी रफ्तार 

होली पर मुख्य रूप से गुझिया बनाने की खास परंपरा है, लेकिन नौकरीपेशा वाले लोग समय के अभाव में घरों में गुजिया नहीं बना पाते। ऐसे लोग बाजार से गुजिया खरीद रहे हैं। 

दून के अधिकांश मिष्ठान भंडार में गुजिया की बिक्री कई गुना बढ़ी। अबीर गुलाल की खरीददारी बिन अबीर गुलाल के होली की कल्पना नहीं की जा सकती। इसी के तहत लोग अबीर गुलाल की खरीददारी में जुटे। बच्चों में भी विभिन्न आकृतियों की पिचकारी खरीदने को खासा उत्साह देखा गया। 

आसमान में होगी रंगों की बौछार इस बार होली पर बाजार में तरह-तरह के फैंसी आइटम आए हैं। ये आसमान की ओर जाकर रंग-बिरंगे गुलाल की बौछार करते हैं। छोटे व युवा वर्ग में इन फैंसी आइटम में खास रुचि ली।

फागुन ने छेड़ी  तान, होली आई रे.

रिंग रोड स्थित एक होटल में होली मिल होली मिलन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें 'फागुन ने छेड़ी तान, घुघुती गाए मीठा गान, होली आई रे.', कुछ इन्हीं गीतों के साथ होली मनाई गई। कविताओं से रंगों की बौछारें हुई और हर होली के रंग में रंगता नजर आया। 

आयोजित कार्यक्रम में वरिष्ठ कवियित्री डॉ. नीलम प्रभा वर्मा ने सरस्वती वंदना से शुरुआत की, जिसके बाद वीरेंद्र डंगवाल ने 'फागुन ने छेड़ी तान', प्रतिभा नैथानी ने 'चांद मेरे हमजोली', नीरज नैथानी ने 'चीटियों की सभा आश्चर्य से भरी थी.' व अन्य कविताओं की प्रस्तुतियां दी गई। 

आयोजक प्रतिभा नैथानी व मनीष नैथानी ने लोगों से होली सादगीपूर्वक मनाने की अपील की। इस अवसर पर दीपशिखा गुसाईं, कांता घिल्डियाल, आभा सक्सेना व अन्य उपस्थित रहे। 

वहीं, सैन महासभा देहरादून ने हिंदी भवन में होली मिलन समारोह का आयोजन किया। मुख्य अतिथि महापौर सुनील उनियाल गामा ने होली के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि होली पर्व रिश्तों में प्रेम एवं उल्लास का संचार करता है। पर्व के सांस्कृतिक महत्व को बनाए रखना चाहिए। इस अवसर पर महासभा के अध्यक्ष अशोक ठाकुर, उपाध्यक्ष मूलचंद शीर्षवाल व कई अन्य उपस्थित रहे।

कूर्माचल सांस्कृतिक एवं कल्याण परिषद क्लेमेनटाउन शाखा के होली मिलन समारोह में भी कुमाऊंनी अंदाज में होली मनाई। चाइनीज उत्पादों के बहिष्कार की अपील की ग्रामीण विकास समिति की ओर से होली पर्व पर लोगों से चाइनीज उत्पादों का बहिष्कार करने की अपील की। समिति के अध्यक्ष कुंवर सिंह ने कहा कि चीन, भारत के खिलाफ साजिश रच रहे आतंकी को संरक्षण दे रहा है। 

होली मिलन पर बिखरे सांस्कृति रंग 

संस्कृति निदेशालय की ओर से होली के उपलक्ष्य में सांस्कृतिक एवं रंगारंग कार्यक्रमों की छटा बिखरी। कुमाऊं की खड़ी-बैठ होली में लोगों को कुमाऊंनी परंपरा से रूबरू होने का मौका मिला। 

कार्यक्रम में कूर्माचल सांस्कृतिक एवं कल्याण परिषद के कलाकारों ने खड़ी-बैठ होली से शुरुआत की। भातखंडे हिंदुस्तानी संगीत महाविद्यालय प्रेक्षागृह में होलिकोत्सव-2019 में 'धमार से नंद नंदन मोरी वैया', 'गाओ सुहागिन होली', 'हो मुबारक मंजरी' आदि प्रस्तुतियां दी। 

सुप्रसिद्ध ठुमरी गायक पद्मभूषण गिरिजा देवी के शिष्या रूपम सरकार ने शास्त्रीय संगीत की प्रस्तुति दी। मुख्य अतिथि संस्कृति निदेशक बीना भंट्ट ने कहा कि होली संस्कृति का पर्याय है। हमें संस्कृति को सहेजकर रखना चाहिए। इस अवसर पर रंग मंडल संयोजक बलराज नेगी, एसपीएस मंमगाई, लोकगायिका कल्पना चौहान, राजेंद्र चौहान व अन्य उपस्थित रहे।

होली पर मुस्तैद रहेगी 108 एंबुलेंस सेवा

रंगों के पर्व होली के उल्लास में खलल न पड़े, इसके लिए 108 आपातकालीन एंबुलेंस सेवा की टीम ने कमर कस ली है। होली पर सड़क दुर्घटना, मारपीट व फूड प्वाइजनिंग की आशंका को देखते हुए सभी जिलों में अतिरिक्त एंबुलेंस तैयार रहेंगी।

108 सेवा के प्रदेश प्रभारी मनीष टिंकू ने बताया कि दून में घंटाघर, जाखन, बल्लूपुर, सूरी चौक, सर्वे चौक, ङ्क्षरग रोड, रिस्पना पुल व आइएसबीटी पर एंबुलेंस वाहन तैयार रहेंगे। उन्होंने बताया कि पिछले कुछ सालों में होली के दिन आपातकालीन कॉल्स की संख्या बढ़ जाती है। 

खासकर सुबह 11 से लेकर शाम छह बजे का समय अधिक सतर्कता बरतने का होता है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए पूरी टीम को कमर कसकर तैयार रहने को कहा गया है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि होली के दिन सभी कॉल्स पर तुरंत प्रतिक्रिया देकर कार्रवाई की जाएगी।

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