हिंदू संगठनों ने उदयपुर घटना के विरोध में किया मार्च, पुतला फूंका; दोषियों को फांसी की सजा देने की उठाई मांग
गुरुवार सुबह विहिप और बजरंग दल के कार्यकत्र्ता बड़ी संख्या में गांधी पार्क के बाहर एकत्रित हुए। इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि वर्तमान में कट्टरपंथी जिहादियों की करतूत बढ़ती जा रही हैं जो बेगुनाह व्यक्तियों की लगातार हत्याएं कर रहे हैं।
जागरण संवाददाता, देहरादून: विहिप (विश्व हिंदू परिषद ) व बजरंग दल देहरादून की ओर से राजस्थान के उदयपुर में हुई टेलर की नृशंस हत्या की कड़ी निंदा की गई। इसके विरोध में कार्यकत्र्ताओं ने पैदल मार्च निकाला और आरोपितों का पुतला फूंका। उन्होंने केंद्र सरकार से कट्टरपंथी जिहादियों से सख्ती से निपटने की मांग की।
गुरुवार सुबह विहिप और बजरंग दल के कार्यकत्र्ता बड़ी संख्या में गांधी पार्क के बाहर एकत्रित हुए। इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि वर्तमान में कट्टरपंथी जिहादियों की करतूत बढ़ती जा रही हैं, जो बेगुनाह व्यक्तियों की लगातार हत्याएं कर रहे हैं। कानून व्यवस्था को धता बताते हुए पूरी तरह से बेकाबू होकर देश को सिविल वार की ओर झोंक रहे हैं।
सरकारों को इसमें कड़ा रुख अपनाते हुए शीघ्र ऐसे दोषियों को फांसी की सजा निर्धारित करनी होगी। इसके बाद कार्यकत्र्ताओं ने एस्लेहाल चौक होते हुए क्वालिटी चौक तक पैदल मार्च निकाला। जहां उन्होंने हत्यारों का पुतला दहन किया। दोषियों को शीघ्र फांसी देने की मांग की। इस दौरान महानगर संगठन मंत्री अमित कुमार, विभाग मंत्री राजेंद्र राजपूत, आलोक सिन्हा, सह संयोजक आशीष बलूनी, उपाध्यक्ष नवीन गुप्ता, राजेश ङ्क्षसह, सनी सोनकर, विशाल कुमार, अनुज वर्मा आदि उपस्थित रहे।
उदयपुर में हुई घटना पर जताया आक्रोश
गोपेश्वर : विश्व हिंदू परिषद व बजरंग दल के कार्यकत्र्ताओं ने गुरुवार को गोपेश्वर बस स्टेशन पर विरोध प्रदर्शन किया। राजस्थान के उदयपुर जिले में कन्हैयालाल की नृशंस हत्या पर आक्रोश जताया। हत्या के आरोपितों का पुतला दहन कर हत्यारों को फांसी दिए जाने की मांग की। विहिप के राकेश मैठाणी ने कहा कि उदयपुर की घटना बताती है कि कट्टर मानसिकता के लोग मानवता के दुश्मन हैं। प्रदर्शन में जिला पंचायत सदस्य विक्रम बत्र्वाल, पवन राठौर, राकेश पुरोहित, मंगला प्रसाद कोठियाल, सोनू फरस्वाण, अमित मिश्रा, संजय कुमार, हरि प्रसाद ममगांई सहित कई पदाधिकारी मौजूद थे।
यह भी पढ़ें- पर्यावरण के लिए खतरा भी बन रहे ई-रिक्शा, घटिया बैटरी के उपयोग से पड़ रहा दुष्प्रभाव