ऑनलाइन परीक्षा के लिए तलाशने होंगे प्रौद्योगिकी के नए विकल्प, पढ़िए
कोरोना संक्रमण के कारण उत्पन्न हालात में तकनीकी शिक्षा और परीक्षा को ऑनलाइन प्लेटफार्म पर लेकर जाने के लिए हमें प्रौद्योगिकी के नए रास्ते तलाशने होंगे।
देहरादून, जेएनएन। कोरोना संक्रमण के कारण उत्पन्न हालात में तकनीकी शिक्षा और परीक्षा को ऑनलाइन प्लेटफार्म पर लेकर जाने के लिए हमें प्रौद्योगिकी के नए रास्ते तलाशने होंगे। यह मानना है डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम राजकीय प्रौद्योगिकी संस्थान के निदेशक डॉ. अमित अग्रवाल का। उन्होंने कहा कि भले ही आज सिर्फ लॉकडाउन के कारण हम विद्यार्थियों को ऑनलाइन माध्यम से शिक्षित करने की कोशिश कर रहे हैं। मगर, वास्तव में ऑनलाइन परीक्षा भविष्य के बेहतर विकल्प के रूप में समय की मांग है।
ऑनलाइन परीक्षा केंद्र से हो शुरुआत
ऑनलाइन परीक्षा कराने के लिए अच्छे कंप्यूटर सिस्टम के साथ बेहतर इंटरनेट कनेक्टिविटी बेहद जरूरी है। जो कि फिलहाल घर पर संभव नहीं है। इसलिए हमें पहले चरण में ऐसे परीक्षा केंद्र चिह्नित करने होंगे, जहा अच्छी इंटरनेट कनेक्टिविटी से युक्त कंप्यूटर सिस्टम हों। परीक्षा केंद्र बनाने के लिए विश्वविद्यालय, महाविद्यालय, तकनीकी एवं गैर तकनीकी और निजी संस्थानों का उपयोग किया जा सकता है। यहां विद्यार्थी शारीरिक दूरी का पालन करते हुए ऑनलाइन परीक्षा दे सकते हैं।
ऐसी व्यवस्था बनाई जाए कि विद्यार्थी अपने घर के नजदीकी संस्थान को परीक्षा केंद्र के रूप में चुन सकें। आज तमाम ऐसे ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर उपलब्ध हैं, जिनकी मदद से सरलतापूर्वक और विश्वसनीय तरीके से ऑनलाइन परीक्षाएं आयोजित की जा सकती हैं। इस क्रम में कुछ निजी विश्वविद्यालय ऑटोमेटिक प्रोटोरिअल सिस्टम के माध्यम से ऑनलाइन परीक्षा करा रहे हैं, जो नया कदम है। इसके परिणाम भी अच्छे आ रहे हैं।
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वर्चुअल लैब से ऑनलाइन प्रयोगात्मक परीक्षा आसान
दून विवि के कुलसचिव डॉ. एमएस मंद्रवाल का कहना है कि ऑनलाइन शिक्षा और परीक्षा जैसे विकल्प ही विद्यार्थियों को वर्तमान परिस्थितियों से उबारकर सुनहरा भविष्य बनाने में मदद कर सकते हैं, ताकि वो देश के नवनिर्माण में मील का पत्थर साबित हो सकें। आज वर्चुअल लैब जैसे प्लेटफॉर्म उपलब्ध हैं, जिनकी सहायता से विद्यार्थी विभिन्न विषयों की प्रयोगात्मक शिक्षा ऑनलाइन प्राप्त कर सकते हैं। ऑनलाइन शिक्षा के माध्यम से दूरस्थ क्षेत्रों के विद्यार्थियों को भी अच्छे शिक्षकों से पढ़ने का सुअवसर मिल रहा है।