ड्राइविंग लाइसेंस को निर्धारित मानक करने होंगे पूरे, जान पहचान न आएगी काम
देहरादून आरटीओ कार्यालय में अब मोटर ड्राइविंग लाइसेंस लेने के लिए जान पहचान से काम नहीं चलेगा।
देहरादून, विकास गुसाईं। देहरादून आरटीओ कार्यालय में अब मोटर ड्राइविंग लाइसेंस लेने के लिए जान पहचान से काम नहीं चलेगा। लाइसेंस लेने के लिए आवेदक को ड्राइविंग के सभी निर्धारित मानकों को पूरा करना ही होगा। ड्राइविंग टेस्ट को विभाग का तकनीकी अधिकारी नहीं, बल्कि कंप्यूटर चेक करेगा। कंप्यूटर से जारी नतीजे के बाद ही सफल आवेदकों को लाइसेंस जारी किया जाएगा।
इस व्यवस्था को धरातल पर उतारने के लिए परिवहन विभाग, इंस्टीट्यूट ऑफ ड्राइविंग ट्रेनिंग एंड रिसर्च (आइटीडीआर) और माइक्रोसॉफ्ट मिलकर परियोजना का संचालन करेंगे। इस योजना को एक जुलाई से ट्रायल मोड पर और 15 अगस्त से विधिवत धरातल पर उतारने की तैयारी है।
प्रदेश में अभी परिवहन विभाग के कार्यालयों में लाइसेंस बनाने के लिए टेस्ट सिमुलेटर में लिए जाते हैं। यदि किसी की विभाग में थोड़ी बहुत जान पहचान हो और वाहन चलाना आता हो तो उसे सिमुलेटर टेस्ट पास करने में बहुत अधिक दिक्कत नहीं आती है। कुछ समय पहले परिवहन विभाग ने भारी वाहनों के लाइसेंस के लिए आइटीडीआर को अधिकृत किया था। दरअसल, आइटीडीआर में पूरा ट्रेक बना हुआ है, जिसमें पर्वतीय मार्गों की भांति तीव्र मोड़, चढ़ाई और ढलान आदि बनाए गए हैं। हालांकि, यहां भी प्रशिक्षक चालकों को पास अथवा फेल करते थे।