कोरोना की तीसरी लहर से निपटने को स्वास्थ्य महकमा तैयार, जानिए ओमिक्रोन वैरिएंट पर विशेषज्ञों का आकलन
मंगलवार को स्वास्थ्य महानिदेशक डा. तृप्ति बहुगुणा ने ओमिक्रोन वैरिएंट पर विशेषज्ञों के आकलन के आधार पर कहा कि कोरोना वायरस का नया ओमिक्रोन वैरिएंट तेजी से संक्रमित करने की क्षमता रखता है लेकिन इस वैरिएंट फिलहाल कोई गंभीर रूप नहीं लिया है।
जागरण संवाददाता, देहरादून। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का दावा है कि कोरोना संक्रमण की संभावित तीसरी लहर और नए वैरिएंट ओमिक्रोन के प्रभाव से पार पाने के लिए हर स्तर पर तैयारियां पूरी हैं। स्वास्थ्य महानिदेशक डा. तृप्ति बहुगुणा ने मंगलवार को ओमिक्रोन वैरिएंट पर विशेषज्ञों के आकलन के आधार पर कहा कि कोरोना वायरस का यह नया वैरिएंट तेजी से संक्रमित करने की क्षमता रखता है, लेकिन इसने फिलहाल कोई गंभीर रूप नहीं लिया है। कई मरीज बिना लक्षण या हल्के और मामूली लक्षण के साथ ठीक हो रहे हैं। अधिकांश को अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता नहीं पड़ रही है।
स्वास्थ्य महानिदेशक ने बताया कि कोरोना की संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिए शहर से गांव तक समुचित तैयारियां की गई हैं। प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में आक्सीजन बेड व जांच की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। तैयारियों को परखने के लिये जनपद स्तर पर माक ड्रिल भी किए जा रहे हैं। राज्य स्तर से निरंतर समीक्षा करते हुए निगरानी की जा रही है। इसके लिए महानिदेशालय की ओर से गठित राज्य स्तरीय टीम को जनपदों में भेजा जा रहा है। उन्होंने कहा कि टीकाकरण भी कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए कारगर उपाय है। इसलिए राज्य में शत-प्रतिशत नागरिकों का टीकाकरण (दोनों खुराक) का लक्ष्य जल्द प्राप्त कर लिया जाएगा। अब 15 से 18 आयु वर्ग के किशोरों का टीकाकरण भी शुरू हो गया है। कोरोना जांच को भी प्रभावी बनाया जा रहा है। वर्तमान में 11 लैब में कोरोना के सैंपलों की जांच हो रही है, इनकी प्रतिदिन की औसत क्षमता 15 हजार सैंपल जांच करने की है। ओमिक्रोन वैरिएंट की पहचान के लिए दून मेडिकल कालेज की लैब में जीनोम सीक्वेंसिंग की सुविधा उपलब्ध है।
राज्य में ओमिक्रोन के आठ मामले, पांच हुए स्वस्थ
स्वास्थ्य महानिदेशक ने बताया कि अभी तक राज्य में ओमिक्रोन वैरिएंट के आठ मामले रिपोर्ट हुए हैं। इनमें पांच मरीज पूरी तरह ठीक हो चुके हैं। शेष तीन भी स्वस्थ हैं। कहा कि पिछले दो-तीन दिन से राज्य में कोरोना संक्रमण के मामलों में तेजी से इजाफा हो रहा है। इनमें ओमिक्रोन वैरिएंट को लेकर किसी भी प्रकार की असामान्य स्थिति मिलती है तो उससे निपटने को सरकार व स्वास्थ्य महकमा तैयार हैं।
अस्पतालों में 27 हजार 186 आइसोलेशन बेड
स्वास्थ्य महानिदेशक ने बताया कि सरकारी अस्पतालों में 27,186 आइसोलेशन बेड, 13,674 आक्सीजन सपोर्ट बेड, 2113 आइसीयू बेड और 1451 वेंटिलेटर उपलब्ध हैं। कोविड के मरीजों को ट्रांसपोर्ट करने के लिए 532 एंबुलेंस तैनात हैं। ओमिक्रोन वैरिएंट के प्रभावी नियंत्रण के लिए 22,420 आक्सीजन सिलिंडर, 9,828 आक्सीजन कंसनट्रेटर और 71 आक्सीजन जनरेशन प्लांट कार्यशील हैं। 17 आक्सीजन जनरेशन प्लांट का कार्य गतिमान है।
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