ईद मिलादुन्नबी 2019: जगह-जगह जुलूस निकाल दिया अमन का पैगाम
ईद मिलादुन्नबी के मौके पर सुन्नी समुदाय ने लोहिया नगर की रजा मस्जिद गांधी ग्राम की गौसिया मस्जिद और कंडोली की साबरी मस्जिद से जुलूस निकाले।
देहरादून, जेएनएन। ईद मिलादुन्नबी के मौके पर सुन्नी समुदाय ने लोहिया नगर की रजा मस्जिद, गांधी ग्राम की गौसिया मस्जिद और कंडोली की साबरी मस्जिद से जुलूस निकाले। तीनों जूलूस रेंजर्स कॉलेज स्थित सैयद जमाल शाह की दरगाह पर पहुंचकर संपन्न हुए। इस दौरान अमन का पैगाम दिया गया।
गांधी ग्राम से निकले जुलूस को वरिष्ठ कांग्रेस नेता और अधिवक्ता विनोद कुमार ने हरी झंडी दिखाई। उन्होंने कहा कि पैगंबर-ए-इस्लाम की शिक्षा बराबरी और अमन का संदेश देती है। विनोद कुमार ने सभी प्रदेशवासियों से अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद आपसी सौहार्द बनाए रखने की अपील की। सुन्नी शहर काजी सैयद अशरफ हुसैन कादरी ने कहा कि नबी दुनिया के लिए रहमत बनकर आए और मोहब्बत का पैगाम दिया।
उन्होंने कहा कि बच्चों को मजहबी शिक्षा के साथ दुनियावी तालीम भी दें। कार्यक्रम का संचालन गांधी ग्राम की गौसिया जामा मस्जिद के इमाम मौलाना नूर उल हुदा ने किया। जुलूस में शामिल लोगों ने नबी की शान में सरकार की आमद मरहबा, पत्ती-पत्ती, फूल-फूल या रसूल या रसूल और मुसतफा जाने रहमत पे लाखों सलाम के नारे लगाए। इस दौरान फारुक, हारून, सैयद, मोहम्मद कैफ, सैयद अब्दुल, कादिर, हशमत, अनवर कादरी, इम्तियाज अली, डॉ. मुजीबुर्रहमान साहब, राशिद खान, नसीम शमीम, हाफिज निसार, मोबीन शाह आदि मौजूद रहे।
वहीं, हरिद्वार के कलियर में ईद मिनादुन्नबी के मौके पर दरगाह साबिर पाक रोशनी से जगमगा उठी। जिले भर के इलाकों से इस मौके पर जुलूस-ए-मोहम्मदी कलियर पहुंचे और जियारत की। इस दौरान दरगाह क्षेत्र की रौनक देखने लायक थी। हर वर्ष ईद मिलादुन्नबी 12 रवीउल अव्वत इस्लाम के पैगंबर मोहम्मद साहब के जन्मदिन के रूप में मनाई जाती है। इस मौके पर पूरे जिले से सैकड़ों की संख्या में जुलूस-ए-मोहम्मदी निकाले जाते हैं। जिसमें मोहम्मद साहब की शान में नारे लगाए जाते हैं।
सभी जुलूस दरगाह पिरान कलियर पहुंचते हैं। रविवार को सुबह ही हाथों में झंडे लेकर रुड़की, भगवानपुर, हरिद्वार, बहादराबाद आदि क्षेत्रों से जुलूस कलियर पहुंचे। यहां पर पहुंचकर उन्होंने जियारत की और जुलूसों की अगवानी कर रहे लोगों ने मोहम्मद साहब की शिक्षाओं पर अमल करने पर जोर दिया।
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