आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के समर्थन में आए पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का धरना और अनशन जारी है। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत भी धरने में शामिल हुए और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की मांगों को सीएम तक पहुंचाने का आश्वासन दिया।
देहरादून, जेएनएन। मानदेय वृद्धि समेत अन्य मांगों को लेकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का धरना और अनशन जारी है। सोमवार को पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत भी धरने में शामिल हुए और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की मांगों को सीएम तक पहुंचाने का आश्वासन दिया। इसके बाद आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का एक दल भाजपा महानगर अध्यक्ष सीताराम भट्ट से मिला और उन्हें समस्याओं से अवगत कराया।
सोमवार को आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के धरने में पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की मांगे सुनी। उन्होंने इस संबंध में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से बात करने का आश्वासन दिया। इसके बाद आंगनबाड़ी कार्यकत्री सेविका मिनी कर्मचारी संगठन की प्रदेश अध्यक्ष रेखा नेगी और महामंत्री सुमति थपलियाल के नेतृत्व में आंदोलनरत कार्यकर्ता भाजपा महानगर कार्यालय में महानगर अध्यक्ष सीताराम भट्ट से मिली। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने उन्हें मांगों से संबंधित ज्ञापन भी सौंपा।
उधर, धरना स्थल पर संगठन के सदस्यों ने कहा कि जब तक उनकी मांगों पर कार्रवाई नहीं होती तबत तक उनका आदोलन जारी रहेगा। धरना देने वालों में संगठन मंत्री मीनाक्षी रावत, पिंकी सिंह, ज्योति, सुनिता भट्ट, अर्चना, मंजु, गीता आदि शामिल थी।
यह भी पढ़ें: देहरादून और पौड़ी में 275 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की सेवा समाप्त
मुख्यमंत्री बताई समस्याएं
सोमवार देर शाम को पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से मुलाकात कर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओें की समस्याओं से अवगत कराया। हरीश रावत ने कहा कि मांगों को लेकर आंदोलनरत आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की बर्खास्तगी ठीक नहीं है। एक बार उनकी समस्याओं को सुना जाना चाहिए। जिस पर सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की मांगों पर विचार किया जाएगा। जो भी उचित होगा निर्णय लिया जाएगा। ई-रिक्शा चालकों को समर्थन मांगों को लेकर आंदोलनरत ई-रिक्शा चालकों को आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने भी समर्थन दिया। संगठन की प्रदेश महामंत्री सुमति थपलियाल ने सरकार पर निशाना साधते हुए नीतियों को जन विरोधी बताया। उन्होंने ई-रिक्शा चालकों की माग को जायज बताया।
यह भी पढ़ें: 29 आंगनबाड़ी कार्यकर्ता बर्खास्त, 65 को भेजा गया नोटिस