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स्कूलों में अब दो नवंबर से होगी अर्द्धवार्षिक परीक्षा, पढ़िए पूरी खबर

चुनावों में शिक्षकों की व्यस्तता के चलते अक्टूबर में होने वाली अर्द्धवार्षिक परीक्षाएं अब नवंबर में होंगी। स्कूलों में अर्द्धवार्षिक परीक्षा का पाठ्यक्रम पूरा नहीं हो सका।

By Sunil NegiEdited By: Published: Fri, 11 Oct 2019 06:29 PM (IST)Updated: Fri, 11 Oct 2019 06:29 PM (IST)
स्कूलों में अब दो नवंबर से होगी अर्द्धवार्षिक परीक्षा, पढ़िए पूरी खबर
स्कूलों में अब दो नवंबर से होगी अर्द्धवार्षिक परीक्षा, पढ़िए पूरी खबर

देहरादून, जेएनएन। पंचायती चुनावों में शिक्षकों की व्यस्तता के चलते अक्टूबर में होने वाली अर्द्धवार्षिक परीक्षाएं अब नवंबर में होंगी। शिक्षकों की व्यस्तता के चलते स्कूलों में अर्द्धवार्षिक परीक्षा का पाठ्यक्रम पूरा नहीं हो सका। न ही परीक्षाएं संपन्न कराने के लिए स्कूलों के पास पूरे शिक्षक मौजूद थे।

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शिक्षा विभाग ने अर्द्धवार्षिक परीक्षाओं के लिए नया परीक्षा कार्यक्रम जारी कर दिया है। कार्यक्रम के अनुसार दो से नौ नवंबर के बीच परीक्षाएं आयोजित कराई जाएगी। शिक्षा विभाग द्वारा जारी कार्यक्रम के अनुसार पहली और दूसरी कक्षा के छात्रों की परीक्षा स्कूल अपनी सुविधा अनुसार करवा सकते हैं। तीसरी से 12 वीं कक्षा की परीक्षा दो पालियों में आयोजित करनी होंगी। 

पहली से आठवीं तक की परीक्षाएं पहले सत्र में सुबह 9:30 से दोपहर दो बजे में आयोजित होंगी। वहीं दूसरी पाली में नौंवी से 12वीं कक्षाओं की परीक्षा होगी। मुख्य शिक्षा अधिकारी आशा रानी पैन्यूली ने कहा कि अर्द्धवार्षिक परीक्षाओं का कार्यक्रम जारी कर दिया गया है। इससे छात्रों को तैयारी करने में आसानी होगी। छात्र परीक्षाओं के लिए रणनीति बना कर विषयवार तैयारी कर सकते हैं।

सभी स्कूलों को परीक्षा का कार्यक्रम भेजा जा चुका है। सभी स्कूलों को अनिवार्य रूप से 31 अक्टूबर तक स्कूल से प्रश्न पत्र प्राप्त करने के आदेश जारी कर दिए गए हैं। जो स्कूल समय पर प्रश्न पत्र नहीं लेंगे, ऐसे स्कूलों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।

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छह दिन के अंदर जारी करना होगा परिणाम

शिक्षा विभाग ने स्कूलों को वार्षिक कलेंडर का सख्ताई से पालन करने के आदेश दिए हैं। जिला शिक्षा अधिकारी आरएस रावत ने अर्द्धवार्षिक परीक्षा समाप्त होने के छह दिन के अंदर परीक्षाओं का परिणाम भी जारी करने के आदेश दिए हैं। रावत ने कहा कि परीक्षाओं का परिणाम समय से आ सके, इसके लिए पहली पाली में परीक्षा ड्यूटी के बाद शिक्षकों की छुट्टी करने की बजाए उन्हें दूसरी पाली में उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन करने के आदेश दिए गए हैं। कहा कि समय पर परिणाम जारी नहीं करने वाले स्कूलों पर अुनशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। 

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