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Coronavirus: निजी लैब-अस्पताल को कोरोना सैंपल के बारे में देनी होगी पूरी जानकारी

उत्तराखंड में निजी अस्पतालों और लैब में कोविड-19 सैंपल टेस्टिंग को लेकर शासन ने गाइडलाइन जारी कर दी है।

By Edited By: Published: Fri, 19 Jun 2020 09:47 PM (IST)Updated: Sat, 20 Jun 2020 08:25 AM (IST)
Coronavirus: निजी लैब-अस्पताल को कोरोना सैंपल के बारे में देनी होगी पूरी जानकारी
देहरादून, राज्य ब्यूरो। प्रदेश में निजी अस्पतालों और लैब में कोविड-19 सैंपल टेस्टिंग को लेकर शासन ने गाइडलाइन जारी कर दी है। निजी अस्पतालों और लैब को कोरोना सैंपल लेते वक्त सभी जानकारी स्वास्थ्य महकमे के संबंधित जिले और राज्य के अधिकारियों को बतानी होगी। सैंपल लेने पर संदिग्ध व्यक्ति को आइसोलेशन में रखना होगा। 
प्रभारी सचिव स्वास्थ्य डॉ पंकज पांडेय की ओर से शुक्रवार को राज्य के सभी जिलाधिकारियों और मुख्य चिकित्साधिकारियों को गाइडलाइन का अनुपालन कराने के आदेश जारी किए हैं। इसके मुताबिक सभी निजी अस्पतालों और लैब को कोरोना सैंपल की जांच के संबंध में आइसीएमआर के निर्देशों का अनिवार्य रूप से पालन करना होगा। सैंपल लेने से पहले आरटीपीसीआर एप के माध्यम से सैंपल अनुरोध प्रपत्र भरवाया जाएगा। रजिस्टर्ड मेडिकल प्रेक्टिशनर्स के पर्चे के आधार पर ही सैंपल लिए जाएंगे।
सैंपल रिपोर्ट आने तक संबंधित व्यक्ति को आइसोलेशन में रखा जाएगा। आइसोलेशन की जिम्मेदारी उपचार करने वाले चिकित्सक या अस्पताल की होगी। आइसोलेट किए गए व्यक्ति के बारे में जानकारी रियल टाइम आधार पर स्वास्थ्य महकमे के अधिकारियों के साथ साझा करनी होगी। सैंपल रिपोर्ट आने तक संबंधित व्यक्ति की नियमित मॉनीटरिंग की जाएगी। टेस्ट नेगेटिव आने पर क्लीनिकल असेसमेंट कर व्यक्ति को डिस्चार्ज किया जाएगा। रिपोर्ट पॉजिटिव आई तो व्यक्ति का उपचार नवीनतम क्लीनिकल मैनेजमेंट प्रोटोकॉल के मुताबिक होगा। निजी लैब को पॉजिटिव और नेगेटिव रिपोर्ट की जानकारी देनी होगी।
कारखानों का हर माह दो बार निरीक्षण
कारखानों, वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों का श्रम विभाग माह में दो बार रेंडम आधार पर निरीक्षण करेगा। शासन ने शुक्रवार को केंद्रीकृत निरीक्षण प्रणाली की प्रक्रिया के मद्देनजर दिशा निर्देश जारी कर दिए। इस दौरान यह भी देखा जाएगा कि कोविड-19 की वजह से प्रतिष्ठानों में किसी प्रकार की कोई दिक्कत तो नहीं आ रही। सचिव श्रम हरबंस सिंह चुघ की ओर से जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार अब श्रमायुक्त एनआइसी के जरिये माह में 15-15 दिन के अंतराल में कारखानों, वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों का निरीक्षण के लिए इनका चयन करेंगे। वह निरीक्षक नामित करने के साथ ही तिथियां भी तय करेंगे। यह भी निर्देश दिए कि किसी भी प्रतिष्ठान विशेष या निरीक्षक विशेष का चयन बार-बार न हो।
कृषि मंत्री सुबोध उनियाल ने कराया कोविड टेस्ट
उत्पादन मंडी समिति ऋषिकेश के अध्यक्ष की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद कृषि मंत्री सुबोध उनियाल ने भी शुक्रवार को एहतियातन कोरोना टेस्ट कराया। असल में कृषि मंत्री की 10 जून को मुनि की रेती में हुई समीक्षा बैठक में ऋषिकेश मंडी समिति के अध्यक्ष भी शामिल हुए थे। मंडी समिति देहरादून में सामने आ रहे कोरोना संक्रमण के मामलों को देखते हुए कृषि मंत्री सुबोध उनियाल ने ऋषिकेश मंडी में भी रैंडम सैंपलिंग के निर्देश दिए थे। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने 13 जून को ऋषिकेश मंडी परिसर में समिति अध्यक्ष समेत 97 लोगों के सैंपल लिए। 17 जून को आई रिपोर्ट में मंडी समिति अध्यक्ष सहित सात लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई। इससे पहले, कृषि मंत्री उनियाल ने 10 जून को मुनि की रेती में कोविड-19 के मद्देनजर समीक्षा बैठक ली थी। इसमें मंडी समिति ऋषिकेश के अध्यक्ष भी मौजूद रहे थे। 

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