हरिद्वार: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा- राष्ट्र रक्षा का कार्य कर रहे हैं संत
वस्थानम बोर्ड भंग करने के साहसिक फैसले पर संत समाज की ओर से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का 21 किलो की 21 फीट लंबी माला पहनाकर और स्मृति चिह्न देकर नागरिक अभिनंदन किया। संतों ने भी मुख्यमंत्री धामी को जीत का आशीर्वाद दिया।
जागरण संवाददाता, हरिद्वार : देवस्थानम बोर्ड भंग करने के साहसिक फैसले पर संत समाज की ओर से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का 21 किलो की 21 फीट लंबी माला पहनाकर और स्मृति चिह्न देकर नागरिक अभिनंदन किया। विभिन्न अखाड़ों, मठ-मंदिरों के संत-महात्माओं सहित बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक की मौजूदगी में मुख्यमंत्री ने भी सभी संत-महंत और श्रीगंगा सभा के अध्यक्ष व महामंत्री को शाल व माला पहनाकर सम्मानित कर आशीर्वाद लिया। वहीं संतों ने भी मुख्यमंत्री धामी को जीत का आशीर्वाद दिया।
रविवार को श्रीपंचायती निरंजनी अखाड़े में आयोजित अभिनंदन समारोह में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की ओर से परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्र पुरी (निरंजनी), निरंजन पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि, आनंद पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी बालकानंद गिरि, जगतगुरु स्वामी राजराजेश्वराश्रम ने देवस्थानम बोर्ड भंग करने के साहसिक फैसले पर संपूर्ण संत समाज की ओर से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का नागरिक अभिनंदन कर विजय का आशीर्वाद दिया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि अनादि काल से देश के संत महापुरुष समाज, धर्म संस्कृति और राष्ट्र रक्षा का काम रहे हैं। इसलिए जब संतों ने देवस्थानम बोर्ड भंग करने की मांग उठाई तो तमाम विरोधाभास के बावजूद मैंने बोर्ड भंग करने का निर्णय लेने में कोई देरी नहीं की। कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के केदारनाथ दौरे से पहले ही तीर्थ पुरोहितों से वार्ता के दौरान ही मैंने तय कर लिया था कि इस मामले में 30 नवंबर से पहले फैसला ले लिया जाएगा। सभी की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए बोर्ड भंग करने का निर्णय लिया। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के जितने भी मठ-मंदिर है उन सभी का संवर्धन हो संरक्षण हो इसके लिए उनकी सरकार लगातार प्रयास करेगी। कहा कि संतों का आशीर्वाद लेकर मैं धन्य हो गया हूं।
नागरिक अभिनंदन कार्यक्रम अध्यक्षता कर रहे अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्र पुरी (निरंजनी) ने कहा कि मुख्यमंत्री धामी लगातार प्रदेश को आगे बढ़ाने का कार्य कर रहे हैं, संतों की तरह वह भी धर्म संस्कृति की रक्षा का काम पूरे मनोयोग से कर रहे हैं। जगतगुरु राजराजेश्वरश्रम महाराज ने कहा कि देवस्थानम बोर्ड को भंग करने की घोषणा कर युवा मुख्यमंत्री ने उचित कदम उठाया है, इसके लिए संत समाज व तीर्थ पुरोहित उनके आभारी हैं। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री श्रीमहंत हरि गिरि, निरंजन पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि, आनंद पीठाधीश्वर आचार्य स्वामी बालकानंद गिरि ने कहा कि तीर्थ पुरोहित व साधु-संतों के हितों का मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी लगातार ध्यान रख रहे हैं। नागरिक अभिनंदन के दौरान कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद, पूर्व सांसद बलराम पासी, हरिद्वार के पूर्व मेयर मनोज गर्ग भी उनके साथ मौजूद रहे।
समारोह में महंत भगतराम, श्रीमहंत प्रेमगिरि, श्रीमहंत सत्य गिरि, श्रीमहंत नारायण गिरि, महंत कश्मीरा सिंह, श्रीमहंत देवानंद सरस्वती, महामंडलेश्वर ललितानंद गिरि, महंत सुखदेव पुरी, महंत रविपुरी, गंगा सभा अध्यक्ष प्रदीप झा, महामंत्री तन्मय वशिष्ठ, मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के ट्रस्टी दिगंबर राजगीरी, अनिल शर्मा, रामानंद इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर वैभव शर्मा, भाजपा जिलाध्यक्ष डा. जयपाल ङ्क्षसह चौहान, डा. विशाल गर्ग सहित बड़ी संख्या में संत-महात्मा व गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।
बिरला घाट के नजदीक डमरू-त्रिशूल लगाने की घोषणा
हरिद्वार : मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नागरिक अभिनंदन में संतों की मांग पर हरिद्वार कुंभ के दौरान बिरला घाट के नजदीक जूना अखाड़ा की ओर से डमरू-त्रिशूल स्थापित कराए जाने की घोषणा की। कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का उत्तराखंड को आगे बढ़ाने का जो मिशन है उसके लिए हम लगातार काम करेंगे, प्रयास यह है कि 2025 तक हमारा राज्य देश के श्रेष्ठ राज्यों की श्रंखला में आ जाए। त्रिशूल डमरू स्थापित करने की घोषणा पर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री श्रीमहंत हरि गिरि ने मुख्यमंत्री का आभार प्रकट किया।
मुख्यमंत्री धामी के कार्यों से संत समाज प्रसन्न
हरिद्वार : नागरिक अभिनंदन समारोह में संतों ने मुख्यमंत्री को जीत का आर्शीवाद दिया। कहा कि मुख्यमंत्री जिस तेजी, विश्वास और निस्वार्थ भाव से धर्म संस्कृति, राष्ट्र रक्षा और राज्य के विकास का कार्य कर रहे हैं, उससे संत समाज प्रसन्न है और उन्हें आगे भी प्रदेश की इसी तरह सेवा करते रहने का आर्शीवाद देता है। जगतगुरु स्वामी राजराजेश्वराश्रम ने कहा कि पुष्कर नक्षत्र को सबसे शुभ नक्षत्र माना जाता है, इसके उदय होने पर सभी कष्ट, पाप और विघ्न समाप्त हो जाते हैं। पुष्कर सिंह धामी का उत्तराखंड में उदय इस बात का द्योतक है कि अब प्रदेश के सभी संकट समाप्त होने वाले हैं। संतों का आशीर्वाद उनके साथ है, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्र पुरी ने कहा कि मुख्यमंत्री ने अपने कार्यों से संत समाज का विश्वास जीत लिया है संत उन्हें जीत का आशीर्वाद देते हैं।
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