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उत्‍तराखंड के ग्रामीण डाक सेवकों का विभाग के खिलाफ प्रदर्शन

प्रदेशभर के ग्रामीण डाक सेवकों ने सरकारी कर्मचारी घोषित करने और बीमा राशि बढ़ाए जाने सहित अन्य मांगों को लेकर जीपीओ परिसर में प्रदर्शन किया।

By Sunil NegiEdited By: Published: Thu, 23 Jan 2020 11:37 AM (IST)Updated: Thu, 23 Jan 2020 11:37 AM (IST)
उत्‍तराखंड के ग्रामीण डाक सेवकों का विभाग के खिलाफ प्रदर्शन
उत्‍तराखंड के ग्रामीण डाक सेवकों का विभाग के खिलाफ प्रदर्शन

देहरादून, जेएनएन। प्रदेशभर के ग्रामीण डाक सेवकों ने सरकारी कर्मचारी घोषित करने और बीमा राशि बढ़ाए जाने सहित अन्य मांगों को लेकर जीपीओ परिसर में प्रदर्शन किया। उन्होंने कमलेश चंद्र कमेटी की सिफारिशों को लागू करने की मांग की। विभाग को चेताया कि यदि उनकी मांगों को जल्द पूरा नहीं किया गया तो वह बड़ा आंदोलन करेंगे।

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अखिल भारतीय ग्रामीण डाक सेवक संघ उत्तराखंड परिमंडल के सचिव जगदीश सिंह रावत ने कहा कि ग्रामीण डाक सेवकों के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है।  80 प्रतिशत ग्रामीण डाक सेवक ग्रामीण क्षेत्रों में शिद्दत से अपना काम कर रहे हैं। जितना काम विभागीय कर्मचारी कर रहे हैं उतना ही काम ग्रामीण डाक सेवक करते हैं। लेकिन सुविधाओं के नाम पर पूरी तरह से भेदभाव किया जा रहा है। इस दौरान संरक्षक राजाराम पांडेय, सहायक परिमंडलीय सचिव प्रेम सिंह रावत, सचिव जय गिरी गोस्वामी, बलीराम आर्य, सुभाष पंवार सचिव दून, प्रेम प्रकाश शर्मा, चरण सिंह बिष्ट, विजय सिंह राणा, राजपाल सिंह नेगी, नागेंद्र राणा, धर्म सिंह, आशीष गुप्ता, नवीन शर्मा, रणजीत सिंह आदि शामिल रहे।

ये उठाई मांगें 

  • ग्रामीण डाक सेवकों को सरकारी कर्मचारी घोषित किया जाए। 
  • समयबद्ध ढंग से पदोन्नति दी जाए। -कर्मचारियों की समूह बीमा राशि बढ़ाकर पांच लाख रुपये तक की जाए।
  • ग्रामीण डाक सेवकों की स्वास्थ्य सेवाओं को दुरुस्त किया जाए। 
  • समान कार्य के लिए समान वेतन प्रदान किया जाए।

 

आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का अनशन जारी

मानदेय वृद्धि समेत अन्य मांगों को लेकर आंदोलनरत आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का धरना जारी है। सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर कार्यकर्ता आक्रोश व्यक्त कर रही हैं। साथ ही बेमियादी अनशन पर राजबाला, विद्या, ज्योतिबाला, ममता जोशी, सुनीता भट्ट और गुड्डी डटे हुए हैं।

मानदेय बढ़ोत्तरी, फोन से शर्ते हटाने व अन्य भत्तों की मांग को लेकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता पिछले करीब डेढ़ माह से परेड मैदान स्थित धरना स्थल पर डटी हुई हैं। मिनी कर्मचारी संगठन की अध्यक्ष रेखा नेगी ने कहा कि लगातार चल रहे धरने के बाद अब कुछ कार्यकर्ता बेमियादी अनशन पर हैं। जब तक सरकार उनकी मांगों को पूरा नहीं करती वे आंदोलन से पीछे नहीं हटेंगी। संगठन की महामंत्री सुमति थपलियाल ने कहा कि कार्यकर्ता धूप, बारिश और ठंड में भी अनशन पर बैठी हुई हैं, लेकिन सरकार के कान में जूं तक नहीं रेंग रही है। उन्होंने कहा कि चाहे जो हो जाए वे हर हाल में अपना हक लेकर रहेंगे। उन्होंने कहा कि अब निर्णायक दौर में आकर आंदोलन रूकेगा नहीं । इस दौरान मीनाक्षी रावत, बीना, मीना, मधुरवादिनी, सरोजनी, बसंता, कविता, गीता, मंजू उपस्थित रहीं। 

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अन्याय कर रही सरकार

सीटू से संबद्ध आंगनबाड़ी कर्मचारी सेविका कर्मचारी यूनियन ने बैठक कर आंदोलन की रणनीति पर चर्चा की। वक्ताओं ने उत्तराखंड सरकार पर अन्याय करने का आरोप लगाया। कहा कि आंदोलनरत कार्यकर्ताओं और सेविकाओं पर कार्रवाई कर उनकी आवाज को दबाने का प्रयास किया जा रहा है। वक्ताओं ने बाल विकास मंत्री रेखा आर्य पर गलत बयानबाजी का आरोप लगाया। कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सेविकाओं के तीन घंटे ही कार्य करने का बयान निराधार है। उन्होंने चेतावनी दी कि अब वृहद आंदोलन किया जाएगा। इस अवसर पर प्रांतीय महामंत्री चित्रकला, लक्ष्मी पंत, उर्मिला, रजनी गुलेरिया, मीना वर्मा, मधुबाला, शीला बहुगुणा, सोमबाला उपस्थित रहे।

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