सेना प्रमुख ने दी देशसेवा को समर्पित रहने की सीख
राष्ट्रीय इंडियन मिलिट्री कॉलेज (आरआइएमसी) के 21 कैडेट्स संस्थान से पासआउट हुए। कॉलेज के थिमैया सभागार में आयोजित 1
जागरण संवाददाता, देहरादून: राष्ट्रीय इंडियन मिलिट्री कॉलेज (आरआइएमसी) के 21 कैडेट्स संस्थान से पासआउट हुए। कॉलेज के थिमैया सभागार में आयोजित 184वें दीक्षात समारोह में बतौर मुख्य अतिथि थल सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने इन्हें दीक्षित किया। उन्होंने पासआउट हो रहे कैडेट्स से देशसेवा में समर्पित रहने का आह्वान किया। इस दौरान राजस्थान के कैडेट हर्षवर्धन राठौर को स्वॉर्ड ऑफ ऑनर से सम्मानित किया गया।
गुरुवार को आरआइएमसी पहुंचे सेना प्रमुख को कैडेट्स ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया। जनरल बिपिन रावत ने विभिन्न हॉबी क्लब की ओर से आयोजित प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया। थिमैया सभागार में आयोजित समारोह में उन्होंने विभिन्न प्रतिस्पर्धा में श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले कैडेट्स को सम्मानित किया। कैडेट्स को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मानसिक और शारीरिक मजबूती के साथ ही मूल्यों को भी आत्मसात करना बहुत जरूरी है। जनरल रावत ने कहा कि जीवन में हर कदम पर चुनौतिया मिलेंगी। इनका डटकर मुकाबला करने वाले ही लक्ष्य हासिल करते हैं। उन्होंने कहा कि संस्थान ने कई उत्कृष्ट कैडेट दिए हैं, जिसमें शिक्षकों का महत्वपूर्ण योगदान है।
इससे पहले आरआइएमसी के कमाडेंट कर्नल विवेक शर्मा ने संस्थान की वार्षिक रिपोर्ट पेश की। इस मौके पर कैडेट्स ने रंगारंग कार्यक्रम की प्रस्तुति देकर लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम में उत्तर भारत एरिया के जीओसी ले. जनरल हरीश ठुकराल, डीजी मिलिट्री ट्रेनिंग ले. जनरल एएस भिंडर, उत्तराखंड सब एरिया के जीओसी मेजर जनरल जेएस यादव, ज्वाइंट चीफ हाइड्रोग्राफर रियल एडमिरल अधीर अरोड़ा, आइएमए के डिप्टी कमांडेंट मेजर जनरल जेएस नेहरा, आइएमए में ब्रिगेडियर ट्रेनिंग ब्रिगेडियर एसएम इस्माइल, ब्रिगेडियर राजवीर सिंह, एयर कोमोडोर अजय सिंह पठानिया, वेल्हम ब्वायज के चेयरमैन दर्शन सिंह, ब्रिगेडियर एएए सिन्हा, कर्नल अरुण ममगाईं आदि उपस्थित रहे। कैडेट कैप्टन हर्षवर्धन राठौर ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
ब्रिटेन से आती है वेवल स्वॉर्ड
आरआइएमसी में स्वॉर्ड ऑफ ऑनर वायुसेना के रिटायर एयर चीफ मार्शल एनसी सूरी ने शुरू किया था। वह भी आरआइएमसी से पासआउट थे। यह पुरस्कार सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले कैडेट को दिया जाता है। ब्रिटेन के ओल्ड ब्वायज द्वारा पासिंग आउट कोर्स के कैडेटों के लिए वेवल स्वॉर्ड दी जाती है। ब्रिटेन के कैडेटों ने आरआइएमसी में वर्ष 1941 से 46 तक वेवल सेक्शन में शिक्षा ली। यह अवार्ड ब्रिटेन से ही आरआइएमसी के लिए भेजा जाता है।
सामान्य परिवार से ताल्लुक रखते हैं हर्षवर्धन: आज के युवा मोटी तनख्वाह और बड़ी नौकरी के पीछे भाग रहे हैं। वह भौतिकवाद की चकाचौंध की तरफ खिंचे जाते हैं। लेकिन, इस सबके बीच भी देश सेवा का जज्बा और सैन्य वर्दी की ललक जिंदा है। राजस्थान के सामान्य परिवार से ताल्लुक रखने वाले हर्षवर्धन राठौड़ इसके उदाहरण हैं। उनके पिता श्रवण सिंह शिक्षक हैं, मां सरकारी नौकरी में हैं। हर्षवर्धन का एक ही सपना है कि सैन्य अफसर बनें।
इन्हें मिला सम्मान
- द स्वॉर्ड ऑफ ऑनर-हर्षवर्धन राठौड़
- द वेवल स्वॉर्ड-तन्मय मलिक
- मेजर जनरल मनोहरन ट्रॉफी (कंप्यूटर में सर्वश्रेष्ठ)-दिव्यांशु सेमवाल
- ले. जनरल एसएस ढिल्लन ट्रॉफी- लल¨रदिका
- कर्नल डीएच प्रणव ट्रॉफी-कपिल किशन पांडे
- द जीओसी उत्तर भारत ट्रॉफी (नेतृत्व कौशल में सर्वश्रेष्ठ)-प्रणव मित्तल