विक्रमों को स्टेज कैरिज परमिट दिलाने को सरकार से होगी बात, विक्रम जनकल्याण समिति संरक्षक ने दिलाया भरोसा
विक्रम जनकल्याण समिति ने दून मंडी समिति अध्यक्ष राजेश शर्मा को संरक्षक चुना है। उन्होंने विक्रमों को स्टेज कैरिज परमिट दिलाने को मुख्यमंत्री के समक्ष मुद्दा उठाने का भरोसा दिया।
देहरादून, जेएनएन। विक्रम जनकल्याण समिति के पदाधिकारियों ने दून मंडी समिति अध्यक्ष राजेश शर्मा को अपना नया संरक्षक चुना है। नवनियुक्त संरक्षक ने विक्रमों को स्टेज कैरिज परमिट दिलाने को लेकर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के समक्ष मुद्दा उठाने का भरोसा दिया। कोरोना काल में सवारियों में शारीरिक दूरी का पालन कर संचालित हो रहे विक्रमों में पांच सवारी की अनुमति देने की अपील परिवहन विभाग से की गई।
प्रेस क्लब के समीप एक रेस्तरां में विक्रम जनकल्याण समिति के पदाधिकारियों ने प्रेस वार्ता में नए संरक्षक की घोषणा की। इसके बाद पत्रकारों से बातचीत में संरक्षक राजेश शर्मा ने कहा कि वह करीब एक दशक पूर्व विक्रम जनकल्याण समिति के पदाधिकारी रह चुके हैं और उन्हें विक्रम संचालकों की परेशानियों की जानकारी है। करीब दस वर्ष से विक्रम संचालक परिवहन विभाग से यह मांग करते आ रहे कि उनके परमिट कांट्रेक्ट कैरिज से बदलकर स्टेज कैरिज में कर दिए जाएं मगर विभाग हठधर्मिता पर अड़ा हुआ है। पिछले 25 वर्ष से विक्रम स्टेज कैरिज की शर्तों के तहत ही संचालित हो रहे और दो वर्ष पूर्व विभाग ने इनके परमिट बदलने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी थी।
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सिटी बस संचालकों के दबाव में आकर विभाग द्वारा प्रक्रिया बीच में ही बंद कर दी गई, जबकि तब तक 342 विक्रम संचालकों की ओर से स्टेज कैरिज परमिट के आवेदन को लेकर सभी दस्तावेज तैयार करा लिए थे। उन्होंने आरोप लगाया कि कोरोना काल में लगभग साढ़े तीन माह विक्रम खड़े रहे और विभाग ने अब उन्हें केवल तीन सवारी ले जाने की अनुमति दी हुई है। इसमें डीजल का खर्चा भी नहीं निकल रहा। शर्मा ने कोरोना काल के चलते वाहनों का एक वर्ष का टैक्स व बीमा माफ करने और विक्रमों के लिए स्टैंड बनाने की मांग उठाई है। इस दौरान समिति के अध्यक्ष राजेंद्र कुमार व सचिव दलजीत सिंह भी मौजूद रहे।
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