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Coronavirus: छह दिन बाद शासन ने कबूला कोरोना से हुई महिला की मौत

सरकारी सिस्टम में कुछ भी संभव है। पांच दिन पहले कोरोना संक्रमित जिस महिला की मौत का कारण ब्रेन हैमरेज बताया गया था अब शासन ने कबूल लिया कि उसकी मौत कोरोना से हुई।

By Bhanu Prakash SharmaEdited By: Published: Wed, 06 May 2020 11:53 AM (IST)Updated: Wed, 06 May 2020 11:53 AM (IST)
Coronavirus: छह दिन बाद शासन ने कबूला कोरोना से हुई महिला की मौत
Coronavirus: छह दिन बाद शासन ने कबूला कोरोना से हुई महिला की मौत

देहारदून, जेएनएन। सरकारी सिस्टम में कुछ भी संभव है। पांच दिन पहले कोरोना संक्रमित जिस महिला की मौत का कारण ब्रेन हैमरेज बताया गया था, अब शासन ने कबूल लिया कि उसकी मौत कोरोना से हुई। यही नहीं आरोग्य सेतु एप के आंकड़े भी इस बात की तस्दीक कर रहे हैं कि उत्तराखंड में कोरोना से एक मौत हुई है। 

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यानी यह माना जाए कि अब तक अधिकारी इस मामले में खेल करते रहे। कोरोना से मृत्यु दर शून्य बनाए रखने के लिए उन्होंने उन बीमारियों की आड़ ली, जिनसे महिला पहले पीड़ित थी। भारत में अभी तक कोरोना से 86 फीसद मरने वाले लोग वही हैं, जिन्हें पहले से गंभीर बीमारियां थीं।

कोरोना संक्रमित लालकुआं निवासी 56 वर्षीय महिला की पांच दिन पहले एम्स ऋषिकेश में मौत हो गई थी। हालांकि, महिला की मौत का कारण एम्स प्रशासन ने कोरोना नहीं बल्कि ब्रेन हेमरेज बताया था। स्वास्थ्य महकमा भी महिला के गंभीर बीमारियों से ग्रसित होने की बात कहकर अब तक यह दावा करता रहा कि राज्य में कोरोना से किसी भी मरीज की मौत नहीं हुई है। 

इस मामले में नया मोड़ मंगलवार को उस वक्त आ गया जब प्रदेश के मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने मीडिया ब्रीफिंग की। उन्होंने कहा कि राज्य में कोरोना से एक मरीज की मौत हो चुकी है। इसके बाद एम्स प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के दावे पर सवाल उठना लाजिमी है। सवाल यह भी उठ रहा है कि क्या कोरोना संक्रमित महिला की मौत का कारण कोरोना इसलिए नहीं बताया कि कहीं राज्य का रिकॉर्ड न खराब हो जाए। 

कोरोना संक्रमित बुजुर्ग के परिजनों की रिपोर्ट निगेटिव

कोरोना संक्रमित मिले चमन विहार कॉलोनी निवासी बुजुर्ग के परिवार के तीनों सदस्यों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। जिससे स्वास्थ्य विभाग ने राहत की सांस ली है। विगत दो मई को चमन विहार निवासी बुजुर्ग को एम्स में भर्ती किया गया था। वह 30 अप्रैल को दिल्ली से लौटे थे। वहीं पर उनके कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी। यहां आकर उन्होंने सूचना दी थी। 

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जिस पर स्वास्थ्य विभाग ने उन्हें व उनके बेटे को एम्स और पत्नी, बेटी, एक काम वाली, दूधिया समेत पांच को दून अस्पताल में भर्ती कराया था। संक्रमित बुजुर्ग की पहली फॉलोअप रिपोर्ट सोमवार को ही निगेटिव आ गई थी। एसीएमओ डॉ. दिनेश चौहान ने बताया कि तीनों परिजनों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। उन्हें घर पर क्वारंटाइन किया जाएगा।

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