नकदी की किल्लत दूर करने को आरबीआइ से मिले 450 करोड़
उत्तराखंड के बैंकों में नकदी की किल्लत दूर करने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआइ) ने करेंसी जारी कर दी है। इससे एटीएम की स्थिति सुधऱने की उम्मीद है।
देहरादून, [जेएनएन]: उत्तराखंड के बैंकों में नकदी की किल्लत दूर करने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआइ) ने करेंसी जारी कर दी है। एसबीआइ देहरादून में नई करेंसी पहुंच गई है और विभिन्न जिलों की चेस्ट में करेंसी भेजना शुरू कर दी जाएगी।
सूत्रों के अनुसार उत्तराखंड के लिए करीब 450 करोड़ रुपये की करेंसी जारी हुई है। पीएनबी को करीब 70 करोड़ और एसबीआइ को 150 करोड़ रुपये मिले हैं। आरबीआइ ने बैंकों को एटीएम में कैश की व्यवस्था सुधारने के निर्देश भी दिए हैं। ।
रिकॉर्ड के अनुसार एसबीआइ, पीएनबी, बैंक ऑफ बड़ौदा समेत अन्य बैंकों की कुल 2290 शाखाएं प्रदेश में हैं। नकदी न आने से पूरे प्रदेश में आर्थिक संकट गहराने लगा था वहीं एटीएम में भी नकदी का संकट हो गया था।
नकदी मिलने के बाद बुधवार शाम तक एटीएम में कैश डालने का सिलसिला जारी था। बैंक अधिकारियों के अनुसार अब एटीएम में छोटे नोट डाले जा रहे हैं क्योंकि दो हजार रुपये के नोटों सीमित मात्रा में हैं। कुछ शाखाओं को छोड़कर अधिकांश बैंक शाखाओं में दो हजार रुपये के नोट उपलब्ध नहीं है। एटीएम में छोटे नोट होने के कारण नकदी जल्दी खत्म हो रही है।
आरबीआइ के क्षेत्रीय निदेशक सुब्रत दास ने बताया कि देहरादून से ही अन्य जिलों में कैश भेजा जाएगा। आरबीआइ ने कुछ मानक तय किए हैं, उनके हिसाब से ही बैंकों को नकदी दी जाएगी। पर्वतीय क्षेत्रों में नकदी भेजना शुरू कर दिया जाएगा।
स्थिति सामान्य होने की उम्मीद
राज्य में नॉन लीड बैंक व लीड बैंकों को मिलाकर कुल 2667 एटीएम हैं। इनमें एसबीआइ के 863 और पीएनबी के 413 एटीएम हैं। उत्तराखंड के विभिन्न जिलों की चेस्ट में एसबीआइ ही पैसा ट्रांसफर करता है। आरबीआइ ने जो गाइडलाइन जारी की है उसी हिसाब से सभी बैंकों को कैश जारी किया जाएगा।
पहाड़ तक कैश पहुंचाने में एक-दो दिन का समय लग सकता है जिसके बाद ही स्थिति सामान्य होगी। वही, देहरादून शहर के प्रमुख इलाकों राजपुर रोड, चकराता रोड, धर्मपुर, पटेलनगर, सर्वे चौक के आसपास के इलाकों के एटीएम में कैश डाला गया, जिससे लोगों ने काफी राहत की सांस ली।
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