जनरल-ओबीसी इंप्लाइज एसोसिएशन ने नवीन रोस्टर के खिलाफ खोला मार्चो
उत्तराखंड जनरल ओबीसी इंप्लाइज एसोसिएशन ने सोमवार को प्रदेश के सभी जनपदों में जिलाधिकारियों को ज्ञापन सौंप कर शासन से सीधी भर्ती के नवीन रोस्टर में संशोधन की मांग की।
देहरादून, जेएनएन। उत्तराखंड जनरल ओबीसी इंप्लाइज एसोसिएशन ने सोमवार को प्रदेश के सभी जनपदों में जिलाधिकारियों को ज्ञापन सौंप कर शासन से सीधी भर्ती के नवीन रोस्टर में संशोधन की मांग की। एसोसिएशन ने चेतावनी दी कि नवीन रोस्टर जनरल ओबीसी वर्ग के हक पर कुठाराघात है। रोस्टर में पहला पद अनारक्षित वर्ग को नहीं दिया गया तो वह प्रदेश में एक बार फिर आंदोलन को बाध्य होंगे।
देहरादून में एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष आशुतोष सेमवाल व अन्य पदाधिकारियों की ओर से डीएम को ज्ञापन सौंपा गया। पदाधिकारियों ने कहा कि 11 सितंबर 2019 को जारी सीधी भर्ती के नवीन रोस्टर में पहला पद अनारक्षित वर्ग को दिया गया था। जबकि अनुसूचित जाति को 19 प्रतिशत का आरक्षण दिया गया था। एसोसिएशन ने इसे यथावत रखने की मांग की थी, लेकिन बीती 22 मई को सरकार ने इसमें संशोधन करते हुए पहला पद आरक्षित वर्ग को दे दिया। यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। इससे योग्यता का हनन होगा।
देहरादून में एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष आशुतोष सेमवाल ने कहा कि एसोसिएशन की मांग है कि सीधी भर्ती में 11 सितंबर 2019 की व्यवस्था को बहाल करते हुए प्रदेश के सामान्य वर्ग के बेरोजगारों के साथ न्याय किया जाए। ज्ञापन में एसोसिएशन के प्रांतीय अध्यक्ष दीपक जोशी के खिलाफ चल रही जांच को बंद करने की भी मांग की।
इसके उपरांत एसोसिएशन की बैठक इन सब मुद्दों को लेकर ऑनलाइन बैठक भी हुई, जिसमें एक स्वर में संगठन की मांगों को लेकर सहमति दी गई। बैठक में प्रांतीय महासचिव वीरेंद्र सिंह गुसाईं, महासचिव मुकेश ध्यानी, चंपावत से भूपेंद्र प्रकाश जोशी, रुद्रप्रयाग से विक्रम सिंह, पौड़ी से सीताराम पोखरियाल व प्रांतीय मीडिया प्रभारी वीके धस्माना शामिल हुए।
आशाओं ने कोरोना सर्वे के इंसेंटिव की मांग की
सीटू से संबद्ध उत्तराखंड आशा स्वास्थ्य कार्यकत्री यूनियन ने आशाओं की समस्याओं को लेकर स्वास्थ्य महानिदेशक से मुलाकात की। महानिदेशक डॉ. अमिता उप्रेती ने उनकी मांगो पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करने का आश्वासन दिया।
आशा यूनियन की प्रांतीय अध्यक्ष शिवा दुबे के नेतृत्व में सोमवार को आशाओं का एक प्रतिनिधिमंडल स्वास्थ्य महानिदेशक पहुंचा। उन्होंने स्वास्थ्य महानिदेशक को अपनी मांगो से संबंधित ज्ञापन सौंपा। दुबे ने कहा कि आशाओं को कोरोना सर्वें का इंसेंटिव नहीं दिया गया है। जिससे आशाओं में गहरा रोष है। चंपावत में काम से निकली गई आशाओं को वापस कार्य पर रखने की मांग की।
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इस पर महानिदेशक ने उन्हें भरोसा दिलाया कि सर्वें का इंसेंटिव उन्हें जरूर दिया जाएगा। उन्होंने आशाओं द्वारा कोविड -19 की रोकथाम को किए जा रहे कार्यो की प्रशंसा की। इस दौरान सुनीता चौहान, अंजलि, संतोष देवी, साक्षी, कीर्ति मौजूद रहे।
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