Move to Jagran APP

राजाजी टाइगर रिजर्व के गेट खुलने से पहले धरने पर बैठे जिप्सी संचालक, पढ़ि‍ए पूरी खबर

Rajaji Tiger Reserve राजाजी टाइगर रिजर्व के गेट सोमवार से सैलानियों के लिए खोले दिए गए लेकिन इसका समय सुबह सात बजे के बजाय अपराह्न तीन बजे का समय रखा गया। इससे नाराज जिप्सी संचालक धरने पर बैठ गए।

By Raksha PanthriEdited By: Published: Mon, 15 Nov 2021 08:32 AM (IST)Updated: Mon, 15 Nov 2021 08:32 AM (IST)
राजाजी टाइगर रिजर्व के  गेट खुलने से पहले धरने पर बैठे जिप्सी संचालक, पढ़ि‍ए पूरी खबर
पर्यटकों के लिए आज से खुल जाएंगे राजाजी टाइगर रिजर्व के गेट। फाइल फोटो

संवाद सूत्र, रायवाला। Rajaji Tiger Reserve राजाजी टाइगर रिजर्व के गेट सोमवार से सैलानियों के लिए खोले दिए गए, लेकिन इसका समय सुबह सात बजे के बजाय अपराह्न तीन बजे का समय रखा गया। इससे नाराज जिप्सी संचालक धरने पर बैठ गए।

loksabha election banner

दरअसल, चिल्लावाली (आशारोड़ी) में अपराह्न तीन बजे वन मंत्री डा. हरक सिंह रावत की ओर से गेट खोले जाने का कार्यक्रम था। इसको देखते हुए पार्क प्रशासन ने अन्य सभी गेटों को खोलने का समय भी अपराह्न तीन बजे तय कर दिया। जबकि कई पर्यटक सुबह ही चीला व मोतीचूर गेट पर पहुंच गए थे। कई ने पहले ही वाहनों की बुकिंग भी करा ली थी। दोपहर में भी काफी पर्यटक चीला गेट पहुंचे लेकिन गेट बंद देख निराश वापस लौट गए। वहीं पार्क प्रशासन के फैसले से जिप्सी संचालकों का गुस्सा भड़क गया और वह गेट के सामने धरने पर बैठ गए हैं।

सफारी वेलफेयर एसोसिएशन के सचिव शशि राणाकोटी ने बताया कि बिना पूर्व सूचना के गेट खोलने का समय बदला गया। ऐसा पहली बार हुआ जब पार्क के गेट सुबह सात के बजाय अपराह्न तीन बजे खोले गए, जिससे पर्यटक व जिप्सी संचालक दोनों परेशान हुए। उनको बुकिंग रद्द करनी पड़ी और पर्यटकों के आक्रोश का सामना भी करना पड़ा। उनकी यह मांग भी थी कि वाहन शुल्क बढ़ाया जाए और पार्क के गेट एक अक्टूबर से 30 जून तक खुले रखने के आदेश को बहाल किया जाए।

उन्होंने बताया कि इस सम्बंध में मंगलवार को वन मंत्री से मुलाकात का समय लिया गया है। चीला के रेंज अधिकारी अनिल पैन्यूली ने बताया कि जिप्सी संचालकों की नाराजगी दूर कर ली गई। मंगलवार को उनकी मांगों के सम्बंध में वार्ता होनी है।

पहले दिन 4425 का रेवेन्यू

पार्क की चीला रेंज में पहले दिन छह वाहनों से 18 पर्यटक जंगल सफारी का आनंद लेने पहुंचे। जिनसे 42 सौ रुपये की कमाई हुई। वहीं मोतीचूर रेंज में तीन वाहनों से कुल नौ पर्यटक आए और 2025 रुपये राजस्व मिला।

यह भी पढें- राजाजी टाइगर रिजर्व में डेढ़ सौ साल पहले खोदे गए कुंओं का है रोचक इतिहास


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.