एफआरआइ में नौकरी के नाम पर दो लाख ठगे
प्रेमनगर थाना पुलिस ने वन अनुसंधान संस्थान (एफआरआइ) में क्लर्क की नौकरी दिलाने का झांसा देकर दो लाख रुपये की ठगी के आरोप में एक को गिरफ्तार किया है
जागरण संवाददाता, देहरादून: प्रेमनगर थाना पुलिस ने वन अनुसंधान संस्थान (एफआरआइ) में क्लर्क की नौकरी दिलाने का झांसा देकर दो लाख रुपये की ठगी के आरोप में एक को गिरफ्तार किया है, जबकि ठगी में शामिल महिला की तलाश की जा रही है।
प्रेमनगर थानाध्यक्ष धर्मेद्र सिंह रौतेला के अनुसार, प्रेमनगर के रहने वाले लोकेश कुमार ने बताया कि उसकी मुलाकात 2018 अंजू यादव निवासी मोहनपुर से हुई थी। लोकेश की क्षेत्र में परचून की दुकान है, अंजू यादव अकसर सामान लेने के लिए आती थी। अंजू यादव ने लोकेश को बताया कि उसकी एफआरआइ के अधिकारियों से जान-पहचान है। इसलिए वह एफआरआइ में उसकी क्लर्क पद पर नौकरी लगवा देगी। अंजू यादव ने लोकेश की मुलाकात शेर सिंह तोमर नामक व्यक्ति से कराई। आरोप है कि शेर सिंह ने नौकरी लगवाने के एवज में पांच लाख रुपये की मांग की। दोनों के बीच एग्रीमेंट भी हुआ और लोकेश ने मई 2018 को शेर सिंह को पहली किश्त के रूप में दो लाख रुपये दे दिए। जब नौकरी नहीं मिली तो लोकेश ने शेर सिंह और अंजू यादव से संपर्क किया। आरोपि है कि शेर सिंह लगातार टालता रहा और बाद में धमकियां भी देने लगा। ठगी का एहसास होने पर लोकेश ने प्रेमनगर थाने में तहरीर दी। जांच के बाद पुलिस ने आरोपित शेर सिंह तोमर और अंजू यादव के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। शनिवार को शेर सिंह को गोरखपुर चौक से गिरफ्तार कर लिया गया। एफआरआइ में नौकरी करता था शेर सिंह
एसओ धर्मेद्र रौतेला ने बताया कि आरोपित शेर सिंह तोमर एफआरआइ में ड्राइवर था। 2019 में उसने वीआरएस ले लिया। इसके बाद उसने धोखाधड़ी शुरू कर दी। शेर सिंह ने 2019 में ही कुछ व्यक्तियों से नौकरी लगाने के नाम पर पैसे ले लिए। इस मामले में कैंट थाने में मुकदमा दर्ज हुआ था, जिसमें वह जेल जा चुका है।