टिहरी में ध्वजारोहण कार्यक्रम के दौरान गुलदार का हमला, वन दारोगा समेत चार घायल
टिहरी के मलेथा में आदमखोर गुलदार(तेंदुआ) ने स्वतंत्रता दिवस पर ध्वजारोहण के समय वन दारोगा और तीन स्थानीय लोगों पर हमला कर दिया।
टिहरी, जेएनएन। टिहरी जिले के मलेथा में आदमखोर गुलदार (तेंदुआ) ने स्वतंत्रता दिवस पर ध्वजारोहण के समय वन दारोगा और तीन स्थानीय लोगों पर हमला कर दिया। घात लगाए बैठे गुलदार के यूं अचानक हमला करने से लोगों में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। गौरतलब है कि क्षेत्र में काफी समय से गुलदार ने आतंक मचाया हुआ है।
उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में गुलदार का आतंक लगातार बढ़ता ही जा रहा है। टिहरी जिले के कीर्तिनगर विकासखंड स्थित मलेथा गांव में शनिवार को गुलदार ने अंकित कुमार पुत्र सुंदर लाल (26 वर्ष), मनीष सिंह नेगी पुत्र सोहन सिंह नेगी (21 वर्ष) हिमांशु नेगी पुत्र हरीश सिह नेगी (22 वर्ष) और वन दरोगा माणिकनाथ रेंज डागचौरा दुर्लभ सिह भंडारी (40 वर्ष) पर हमला कर उन्हें घायल कर दिया। ग्रामीणों में दहशत का माहौल बना हुआ है। बताया जा रहा है कि गुलदार गांव के आसपास ही घूम रहा है।
गौरतलब है कि मलेथा गांव में बीती आठ अगस्त को गुलदार ने एक युवती को आंगन से उठाकर अपना निवाला बना डाला। उसके बाद ग्रामीणों की मांग पर वन विभाग ने पिंजरा लगाया था, लेकिन गुलदार पिंजरे में नहीं फंसा। फिर दस अगस्त को इसी गुलदार ने रात लगभग तीन बजे बडोला गांव में घर के बरामदे में 45 वर्षीय मंगशीरी देवी पत्नी शूरवीर सिंह पर हमला कर दिया। महिला के शोर मचाने पर गुलदार वहां से भाग निकला।
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मंगशीरी देवी ने बताया कि उनके कमरे का दरवाजा खुला था, जहां उनकी बेटी मधु सोई हुई थी। इसके चलते ही गुलदार अंदर घुस गया। इसी बीच उनकी बेटी भी उठ गई। दोनों के चिल्लाने पर गुलदार भाग गया। इस दौरान गुलदार ने महिला के पैर पर नाखून मार दिए। ग्रामीण इसके बाद से ही गुलदार को मारने की मांग कर रहे हैं। आज फिर दिनदहाड़े गुलदार के हमले में चार लोगों के घायल होने के बाद मलेथा और उसके आसपास के गांव के ग्रामीणों में दहशत बनी हुई है।
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