जिस मां के एक फोन ने बेटे के साथ 23 और जिंदगी बचाईं, उसे अखिलेश यादव देंगे पांच लाख रुपये
जिस मां के एक फोन ने उसके बेटे के साथ ही 23 और जिंदगी बचाईं उसे उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने बतौर सम्मान पांच लाख रुपये देने का एलान किया है। उन्होंने ट्वीट के माध्यम से यह जानकारी दी।
जागरण संवाददाता, देहरादून। जिस मां के एक फोन ने उसके बेटे के साथ ही 23 और जिंदगी बचाईं, उसे उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने बतौर सम्मान पांच लाख रुपये देने का एलान किया है। उन्होंने ट्वीट के माध्यम से यह जानकारी दी। समाजवादी पार्टी की उत्तराखंड इकाई के अध्यक्ष डा. एसएन सचान ने इसकी पुष्टि की।
सात फरवरी की सुबह ऋषिगंगा कैचमेंट क्षेत्र में धौलीगंगा में उफान देखकर ढाक गांव निवासी मंगशीरी देवी ने जिस सूझबूझ का परिचय दिया, उसी की बदौलत 24 जिंदगी मलबे में दफन होने से बाल-बाल बचीं। उस वक्त मंगशीरी का बेटा विपुल और 23 अन्य लोग तपोवन स्थित विष्णुगाड जल विद्युत परियोजना के बैराज वाले इलाके में काम कर रहे थे। घर के बाहर से धौलीगंगा में तबाही का सैलाब आता देख मंगशीरी देवी ने अपने बेटे विपुल के मोबाइल पर फोन करके उसे इसकी जानकारी देनी चाही, पर बेटे ने फोन नहीं उठाया। लेकिन मंगशीरी ने हार नहीं मानी, वह फोन उठने तक लगातार बेटे का नंबर मिलाती रही।
आखिरकार सैलाब के बैराज तक पहुंचने के चंद पहले विपुल और वहां काम कर रहे अन्य लोग जान बचाने के लिए पहाड़ी पर चढ़ कर सुरक्षित स्थान पर पहुंच गए। दैनिक जागरण ने मंगशीरी देवी की इस सूझबूझ और प्रयास को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। शनिवार को उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट करके मंगशीरी देवी के प्रयास की सराहना की। उन्होंने सम्मान राशि के रूप में उन्हें सपा की तरफ से पांच लाख रुपये देने की जानकारी भी दी। हालांकि, मंगशीरी देवे के बेटे विपुल ने बताया कि फिलहाल पार्टी के स्तर पर उन्हें इसकी कोई सूचना नहीं मिली है।
नवीन और दीपिका की मदद करेंगे पूर्व अध्यक्ष किशोर
धौलीगंगा में आए जल प्रलय में बहकर लापता रिंगी गांव की लक्ष्मी देवी के बच्चों नवीन और दीपिका की मदद के लिए हाथ बढ़ने लगे हैं। शनिवार को कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने पीड़ितों से मुलाकात कर दोनों बच्चों की पढ़ाई के लिए प्रतिमाह तीन हजार रुपये देने का एलान किया। बता दें कि नवीन और दीपिका के पिता करण सिंह की 12 साल पहले बीमारी से मौत हो गई थी। घर का जिम्मा संभाल रही मां लक्ष्मी देवी भी सात फरवरी को आई आपदा में बहकर लापता है। दीपिका गढ़वाल विवि श्रीनगर में बीए अंतिम वर्ष की छात्र है और नवीन तपोवन इंटर कॉलेज में 12वीं का छात्र है। उनके पास रहने के लिए घर भी नहीं है और वे अपने ताऊ के यहां रह रहे हैं।
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