एमडीडीए की बड़ी कार्रवाई, कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय के भाई का क्लब सील
किशोर उपाध्याय के भाई सचिन उपाध्याय का डब्ल्यूआइसी क्लब सील कर दिया गया है। एमडीडीए ने ये कार्रवाई की है।
देहरादून, जेएनएन। मसूरी-देहरादून विकास प्राधिकरण (एमडीडीए) ने शनिवार को बड़ी करवाई करते हुए राजपुर रोड स्थित डब्ल्यूआइसी (वर्ल्ड इंटीग्रिटी सेंटर) क्लब को सील कर दिया। इसी परिसर में निर्माणाधीन एक चार मंजिला भवन को भी सील किया गया है। यह क्लब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष किशोर उपाध्याय के भाई सचिन उपाध्याय का है।
सीलिंग की कार्रवाई प्राधिकरण के संयुक्त सचिव हर गिरी की कोर्ट में चल रही थी और करीब 11 साल से मामला विभिन्न न्यायालयों में गतिमान होने के चलते लटका था। अब जब सभी जगह से स्टे खारिज हो गया, तो एमडीडीए की टीम ने बिना समय गंवाए क्लब को सील कर दिया। सील किए गए हिस्से में क्लब के विभिन्न रेस्तरां, लाइब्रेरी, हॉल, मनोरंजन कक्ष, ओपन स्पेस आदि शामिल है। वहीं, जिस निर्माणाधीन भवन को सील किया गया, उसमें अभी सिर्फ बाहरी ढांचा खड़ा हो पाया था।एमडीडीए उपाध्यक्ष रणवीर सिंह चौहान ने बताया कि सचिन उपाध्याय क्लब के निदेशक हैं, जबकि क्लब के एक हिस्सा राजेंद्र नौटियाल नाम के व्यक्ति का है। इस भाग को भी सील किया गया है।
उपाध्यक्ष चौहान ने बताया कि क्लब के नक्शा आवासीय श्रेणी में पास किया गया था। आवास की जगह कमर्शियल निर्माण करने पर पहली बार वर्ष 2009 में इसका चालान किया गया था। तब इसका संचालन द क्लब नाम से किया जा रहा था। इसके बाद जब क्लब परिसर में आवासीय नक्शे पर ही एक अन्य कमर्शियल भवन का निर्माण किया जाने लगा, तो वर्ष 2018 में इसका भी चालान किया गया। लिहाजा, दोनों प्रकरण पर एक साथ सुनवाई के लिए रखा गया और अब एक साथ सीलिंग की कार्रवाई की गई। सीलिंग करने वाली टीम में सहायक अभियंता एमके जोशी, अवर अभियंता विनोद चौहान, एमपीएस अधिकारी, प्रमोद मेहरा, सुपरवाइजर अमर लाल, राकेश, प्रेम सागर आदि शामिल रहे।
रास्ते की चौड़ाई का भी था विवाद
राजपुर रोड से जो मार्ग क्लब की तरफ जाता है, उसकी चौड़ाई को लेकर भी मामला गतिमान था। हाईकोर्ट के निर्देश पर एमडीडीए ने जनवरी-फरवरी की दोबारा से इसकी नपाई भी कराई थी। संयुक्त सचिव हर गिरी ने बताया कि यहां पर मार्ग भी चौड़ाई छह मीटर होनी चाहिए, जबकि कुछ जगह यह कम भी है। इस लिहाज से भी यहां क्लब का नक्शा पास किया जाना संभव नहीं था। सचिन उपाध्याय की तरफ से एक दफा कंपाउंडिंग का नक्शा भी दाखिल किया गया था। हालांकि, मानक पूरे न होने पर उसे निरस्त कर दिया गया था।
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2011 में तोड़ डाली थी सील
एमडीडीए उपाध्यक्ष रणवीर सिंह चौहान ने बताया कि 2009 में पहला चालान करने के बाद क्लब भवन को सील कर दिया गया था। तब 2011 में इसकी सील तोड़कर संचालन शुरू कर दिया गया था। सील तोड़ने को लेकर भी कर्रवाई गतिमान थी।
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