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उत्तराखंड: एस्केप चैनल का आदेश निरस्त करने के निर्णय पर हरदा ने दी बधाई, कही ये बात

पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने हरिद्वार में हरकी पैड़ी पर गंगा को एस्केप चैनल बनाए जाने के आदेश को निरस्त करने के निर्णय पर मुख्यमंत्री को बधाई दी है। उन्होंने ट्वीट कर कहा आखिरकार सीएम रावत ने हमारी सरकार के गंगा संबंधी निर्णय को बदलने का आदेश जारी कर दिया।

By Raksha PanthariEdited By: Published: Mon, 23 Nov 2020 09:08 AM (IST)Updated: Mon, 23 Nov 2020 12:56 PM (IST)
उत्तराखंड: एस्केप चैनल का आदेश निरस्त करने के निर्णय पर हरदा ने दी बधाई, कही ये बात
एस्केप चैनल का आदेश निरस्त करने के निर्णय पर हरदा ने दी बधाई।

देहरादून, राज्य ब्यूरो। पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस महासचिव हरीश रावत ने हरिद्वार में हरकी पैड़ी पर गंगा को एस्केप चैनल बनाए जाने के आदेश को निरस्त करने के निर्णय पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को बधाई दी है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'आखिरकार मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने हमारी सरकार के गंगा संबंधी निर्णय को बदलने का आदेश जारी कर दिया है। मैं इसके लिए गंगा सभा को भी बधाई देता हूं।' 

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हरिद्वार में हरकी पैड़ी पर बह रही गंगा की धारा को हरीश रावत के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार के समय एस्केप चैनल घोषित किया गया था। यानी, इसे गंगा का मुख्य भाग नहीं माना गया। इस पर संत समाज में काफी आक्रोश था। इस मसले पर उन्होंने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा तक खटखटाने की बात कही थी। इसी वर्ष जुलाई में प्रदेश सरकार ने इस निर्णय को वापस लेने की घोषणा की थी। 

तब पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने हरकी पैड़ी में बह रही गंगा की धारा को एस्केप चैनल घोषित करने के अपने निर्णय पर अफसोस जताया था। उन्होंने कहा कि यह उनकी भूल थी। कुछ घरों को बचाने के लिए यह कदम उठाया गया था। उन्होंने कहा था कि कांग्रेस की सरकार आने पर इस गलती को सुधारा जाएगा। तब उनके बयान को भाजपा ने राजनीतिक बयान करार दिया था। अब एक बार फिर हरीश रावत ने इस मामले पर ट्वीट के जरिये अपनी प्रतिक्रिया दी है। 

गौरतलब है कि रविवार को हरिद्वार में हरकी पैड़ी पर बह रही गंगा की धारा को उस शासनादेश की बेड़ियों से अब मुक्ति मिल जाएगी, जिसमें इसे एस्केप चैनल (नहर) घोषित किया गया है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पिछली कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में वर्ष 2016 में हुए इस शासनादेश को तत्काल निरस्त करने के निर्देश दिए। गंगा सभा के पदाधिकारियों से मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि हरकी पैड़ी का अविरल गंगा का दर्जा बरकरार रखा जाएगा। 

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