यहां विदेशी पर्यटकों ने एकत्र किया कूड़ा, पांच किमी पैदल चल पहुंचाया सड़क तक
विदेशी पर्यटकों ने हिमालय में कूड़ा एकत्र किया और फिर पांच किलोमीटर पैदल चलकर कूड़े से भरे बैग सड़क तक पहुंचाए।
गोपेश्वर, [जेएनएन]: 'क्लीन हिमालय' अभियान के तहत भारत, ब्रिटेन, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, जर्मनी और न्यूजीलैंड के दस से अधिक पर्यटकों ने चोपता, तुंगनाथ-चंद्रशिला पैदल मार्ग और अनुसूया मंदिर ट्रैक पर दो दिन तक सफाई अभियान चलाया। विदेशियों ने पांच किमी पैदल चलकर कूड़े से भरे बैग सड़क तक भी पहुंचाए। शनिवार को मंडल अनुसूया गेट पर जिलाधिकारी स्वाति एस. भदौरिया ने अभियान दल का स्वागत किया। दल के सदस्यों का कहना था कि पहाड़ की महिलाओं में चुनौतियों का मुकाबला करने की क्षमता अत्याधिक है, लेकिन उन्हें उचित मार्गदर्शन नहीं मिल पाता।
अभियान के तहत विदेशी पर्यटकों के दल ने 40 बैग कचरा एकत्रित कर उसे स्थानीय व्यवसायियों को सुरक्षित स्थानों पर नष्ट करने के लिए सौंपा। शनिवार को ही उन्होंने अनुसूया माता टै्रक पर अत्रि मुनि आश्रम तक ट्रैङ्क्षकग कर दस बैग प्लास्टिक कचरा एकत्र किया और गोपेश्वर लाकर उसे नगर पालिका के कूड़ेदान में डाला। जबकि, जैविक कूड़े को एकत्र कर वहीं छोड़ा गया है, ताकि उसकी खाद बन सके। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छता अभियान से प्रभावित इस दल ने चमोली में भी सफाई अभियान चलाया।
अभियान दल का नेतृत्व कर रही जर्मनी (मूलरूप से चमोली जिला निवासी) की पूनम रावत हाने का कहना है कि विदेशी इस सफाई अभियान से खासे खुश हैं। स्थानीय लोगों ने भी उनका भरपूर सहयोग किया। ब्रिटेन निवासी मार्क ने जिलाधिकारी को बताया कि धार्मिक व पर्यटन स्थलों पर कूड़ेदान न होना उन्हें बेहद अखरा। खासकर चोपता में डंपिंग जोन तक नहीं है। इससे इन स्थलों पर कूड़ा बेतरतीब बिखरा हुआ है। अमेरिका निवासी क्रिस्टिन का कहना था कि यहां की सुंदरता बेमिसाल है, लेकिन प्लास्टिक का कचरा इस सुंदरता पर ग्रहण लगा रहा है।
यह भी पढ़ें: 'अंधेर' नगर निगम, 'चौपट' सफाई व्यवस्था, स्वच्छता सर्वेक्षण ने खोली पोल
यह भी पढ़ें: दून में 24 घंटे में सार्वजनिक स्थानों की हो सफाई: हाई कोर्ट
यह भी पढ़ें: दस महीने बाद निगम की कसरत चढ़ी परवान, अब सुचारू होगा कूड़ा उठान