दून में दीपावली पर 300 पार पहुंचा एक्यूआइ , अलग-अलग पैरामीटर पर ऐसे परखें गुणवत्ता
Air Polution दीपावली पर उत्तराखंड में प्रशासन के दिशा-निर्देश हवा-हवाई साबति हुए हैं। देर रात तक राजधानी देहरादून समेत कई शहरों में पटाखे फोड़े गए। लोगों ने जमकर आतिशबाजी की जिससे वायु प्रदूषण में भी इजाफा हुआ है।
देहारदून, जेएनएन। Air Polution दीपावली के उल्लास में दूनवासी नियमों को भुला बैठे। एनजीटी के आदेश के क्रम में पटाखे जलाने के लिए रात आठ से दस बजे (दो घंटे) का समय तय किया गया था, मगर रातभर पटाखों का शोर गूंजता रहा। यही वजह रही कि दीपावली की रात एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआइ) पर वायु प्रदूषण का आंकड़ा 300 को पार कर गया है। स्वास्थ्य के लिहाज से यह आंकड़ा गंभीर स्थिति वाला माना जाता है।
उत्तराखंड पर्यावरण संरक्षण एवं प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने दीपावली की रात के वायु प्रदूषण के आधिकारिक आंकड़े जारी नहीं किए हैं। इतना जरूर बताया गया है कि एक्यूआइ 300 पार कर गया था। दीपावली के लिए बोर्ड सात सितंबर से वायु प्रदूषण के आंकड़े एकत्रित कर रहा है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि दीपावली व इसके आसपास के दिनों में प्रदूषण की स्थिति क्या रहती है।
सात नवंबर को दून में एक्यूआइ 128 था, जबकि छोटी दीपावली के दिन यह 214 और दीपावली के दिन 300 पार कर गया। इस तरह आठ दिन के भीतर वायु प्रदूषण में 134 फीसद से अधिक का इजाफा दर्ज किया गया।
एक्यूआइ के ये नंबर बयां करते हैं हवा का हाल
एक्यूआइ स्थिति
शून्य से 50 अच्छा
51 से 100 संतोषजनक
101 से 200 मध्यम श्रेणी
201 से 300 बुरा
301 से 400 बेहद बुरा
401 से 500, गंभीर
दून में इस तरह बढ़ा वायु प्रदूषण
तिथि एक्यूआइ
07 नवंबर 128
08 नवंबर 148
09 नवंबर 166
10 नवंबर 173
11 नवंबर 188
12 नवंबर, 198
13 नवंबर 214
14 नवंबर 300 पार
अन्य शहरों में छोटी दीपावली की स्थिति
शहर एक्यूआइ
हरिद्वार 298
काशीपुर 151
ऋषिकेश 134
हल्द्वानी 132
पहली दफा आधिकारिक आंकड़े जारी नहीं
दीपावली पर वायु प्रदूषण की स्थिति के आकलन को इस दफा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने थर्ड-पार्टी जांच कराई। शहरवार अलग-अलग एजेंसी को इसका जिम्मा दिया गया। लिहाजा, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय कार्यालय की कोई भूमिका नहीं रही। यही कारण है कि दीपावली के अगले दिन पहली दफा वायु प्रदूषण के आंकड़े जारी नहीं किए जा सके। इस दफा बोर्ड मुख्यालय ने रविवार का हवाला देते हुए सोमवार को आंकड़े जारी करने की बात कही। हालांकि, दीपावली के अगले दिन वैसे भी अवकाश रहता है, मगर अब तक क्षेत्रीय कार्यालयों के अधिकारी कुछ घंटे के लिए कार्यालय खोलते थे और आंकड़े जारी करते थे।
पहली बार एक्यूआइ के आंकड़े जारी
एक्यूआइ पीएम-10, पीएम-2.5, एनओटू व एसओटू के आधार पर निकाला जाता है। प्रदूषण के कम से कम तीन पैरामीटर को एक्यूआइ के लिए शामिल करना होता है। वैसे उत्तराखंड में इन्हीं चारों पैरामीटर पर आंकड़े एकत्रित किए जाते हैं। एक्यूआइ के आंकड़ों के हिसाब से हवा की गुणवत्ता बताई जाती है। इसके अलावा एक्यूआइ के ही समकक्ष अलग-अलग पैरामीटर के लिए भी हवा की गुणवत्ता बताई जाती है।
अलग-अलग पैरामीटर पर ऐसे परखें गुणवत्ता
- पीएम-10 : शून्य से 50 अच्छा
51 से 100 संतोषजनक
101 से 250 मध्यम
251 से 350 बुरा
351 से 430 बहुत बुरा
430 से ऊपर गंभीर
- पीएम-2.5 : शून्य से 30 अच्छा
- 31 से 60 संतोषजनक
- 61 से 90 मध्यम
- 91 से 120 बुरा
- 121 से 250 बहुत बुरा
- 250 से ऊपर गंभीर
एनओटू : शून्य से 40 अच्छा
41 से 80 संतोषजनक,
81 से 180 मध्यम
181 से 280 बुरा
281 से 400 बहुत बुरा
400 से ऊपर गंभीर
एसओटू : शून्य से 40 अच्छा
41 से 80 संतोषजनक
81 से 380 मध्यम
381 से 800 बुरा
801 से 1600 बहुत बुरा
1600 से ऊपर गंभीर
पिछली कुछ दीपावली पर यह रही स्थिति
वर्ष पीएम-10 का स्तर
2019 166 से 385
2018 249.50 से 337
2017 218.12 से 333.69
2016 296.80 से 422.02
2015 240.00 से 36.0
2014 166.17 से 273.44
करनपुर में देर रात तक पाटाखों का शोर, आदेश हुए धुआं
राजधानी देहरादून के करनपुर समेत कई अन्य क्षेत्रों में पटाखों को लेकर जारी दिशा-निर्देश धुआं हो गए। यहां जिस तरह से देर रात तक पटाखे फोड़े गए उससे साफ तक कि किसी को भी किसी बात की फिक्र नहीं है। दीपावली के उत्साह में लोग एहतियात को भूल गए और दून की हवा भी काफी हद तक खराब हुई।
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