शांतिनगर और गोविंद नगर की आबादी से सटे डंपिंग ग्राउंड में लगी आग
शांतिनगर और गोविंद नगर की आबादी से सटे डंपिंग ग्राउंड में कूड़े का पहाड़ आसपास की आबादी के लिए परेशानी का सबब बन गया है। आए दिन यहां कूड़े के ढेर में लग रही आग से नागरिक परेशान हैं।
जागरण संवाददाता, ऋषिकेश। शांतिनगर और गोविंद नगर की आबादी से सटे डंपिंग ग्राउंड में कूड़े का पहाड़ आसपास की आबादी के लिए परेशानी का सबब बन गया है। आए दिन यहां कूड़े के ढेर में लग रही आग से नागरिक परेशान हैं। बुधवार को भी एक बार फिर से कूड़े के ढेर में भीषण आग लग गई। दमकल दस्ते ने मौके पर पहुंचकर किसी तरह आग पर काबू पाया।
हरिद्वार मार्ग पर गोविंद नगर के समीप स्थित विशाल भूखंड पर निकाय क्षेत्र का कूड़ा फेंका जाता रहा है। पिछले चार दशक से यहां निरंतर कूड़ा डाला जा रहा है। जो अब यहां पहाड़ का रूप ले चुका है। हालांकि नगर निगम ने इस वर्ष यहां कूड़ा निस्तारण योजना के तहत कूड़ा पृथक करने का कार्य शुरू किया है। भूखंड पर इतना कूड़ा है कि इसको निस्तारित करने में कई वर्ष लग जाएंगे। वर्तमान में गर्मी पड़ने के साथ इस भूखंड पर कूड़े का ढेर भीतर ही भीतर सुलग रहा है। हालांकि कूड़े की आग से अब तक संपत्ति का कोई नुकसान नहीं हुआ है। इतना जरूर है कि कूड़े के ढेर से उठने वाली बदबू और धुए से आसपास की आबादी के लोग सांस व संबंधित बीमारियों से ग्रसित हो रहे हैं। एक सप्ताह पूर्व भी डंपिंग ग्राउंड कूड़े में आग लग गई थी।
मंगलवार देर रात से डंपिंग ग्राउंड के कूड़े के ढेर में आग सुलग रही थी। जिसमें बुधवार दोपहर में भीषण रूप ले लिया। सूचना पाकर दमकल विभाग की गाड़ियां मौके पर पहुंची। दमकल कर्मियों ने इसी तरह कूड़े के ढेर में लगी आग पर काबू पाया। स्थानीय निवासी जगजीत सिंह जग्गी ने कहा कि नगर निगम डंपिंग ग्राउंड को लेकर गंभीरता नहीं बरस रहा है। डंपिंग ग्राउंड की वजह से आसपास के आबादी क्षेत्र में नागरिकों का जीना मुहाल हो गया है। उन्होंने स्थाई समाधान ना होने तक डंपिंग ग्राउंड में आज की घटनाएं रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाने की मांग की।
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