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जेएनयू की पूर्व छात्रसंघ उपाध्यक्ष शहला राशिद पर मुकदमा, जानिए वजह

जेएनयू की पूर्व छात्रसंघ उपाध्यक्ष शहला राशिद के खिलाफ पुलिस ने सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने और धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है।

By Raksha PanthariEdited By: Published: Mon, 18 Feb 2019 08:00 PM (IST)Updated: Mon, 18 Feb 2019 08:36 PM (IST)
जेएनयू की पूर्व छात्रसंघ उपाध्यक्ष शहला राशिद पर मुकदमा, जानिए वजह
जेएनयू की पूर्व छात्रसंघ उपाध्यक्ष शहला राशिद पर मुकदमा, जानिए वजह

देहरादून, जेएनएन। कश्मीरी छात्राओं को बंधक बनाने को लेकर की गई टिप्पणी पर जेएनयू की पूर्व छात्रसंघ उपाध्यक्ष शहला राशिद के विरुद्ध पुलिस ने सोमवार को सांप्रदायिक सौहार्द बिगाडऩे और धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया। शहला ने रविवार को ट््वीट किया था कि देहरादून में शनिवार को कुछ छात्राओं को बंधक बना लिया गया है और पुलिस कुछ नहीं कर रही है। शहला के इस ट्वीट के बाद सीएम और उत्तराखंड पुलिस को स्थिति स्पष्ट करनी पड़ी थी।

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पुलवामा में शहीद हुए सीआरपीएफ की जवानों के सम्मान और पड़ोसी मुल्क को कड़ा सबक सिखाने की मांग करते हुए शनिवार को प्रेमनगर के लोगों ने जुलूस निकाला। लोगों का आरोप है कि जुलूस एक हॉस्टल के सामने से गुजरा तो हॉस्टल की छत पर मौजूद कुछ छात्राएं आपत्तिजनक नारे लगाने लगीं। जिसके बाद लोग उग्र हो गए और हॉस्टल के बाहर धरने पर बैठ गए। इस पर सोशल मीडिया पर प्रचारित किया गया कि कश्मीरी छात्राओं को बंधक बनाया गया। शहला राशिद ने भी इस पर ट्वीट किया था।

जिसके बाद पूरे देश में कश्मीरी छात्रों की सुरक्षा को लेकर बहस छिड़ गई। केंद्र सरकार को देश भर में पढ़ रहे कश्मीरी छात्र-छात्राओं की सुरक्षा के लिए एडवाइजरी जारी करनी पड़ी। वहीं, सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी ट्वीट कर कहा कि कश्मीरी छात्र-छात्राएं पूरी तरह सुरक्षित हैं। जहां कश्मीरी छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं, उन शैक्षणिक संस्थानों के बाहर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। इसके बाद पुलिस महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था अशोक कुमार ने सभी जिलों को एडवाइजरी जारी कर कश्मीरी छात्र-छात्राओं की सुरक्षा करने को कहा। शहला राशिद पर प्रेमनगर के एक युवक की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया है।

कौन है शहला राशिद

सोशल मीडिया एक्टिविस्ट शहला राशिद शोरा मूलरूप से श्रीनगर, जम्मू-कश्मीर की रहने वाली हैं। वह जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय की छात्रसंघ उपाध्यक्ष भी रह चुकी हैं। वह ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन की सदस्य भी रह चुकी हैं। शहला पर अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के छात्रसंघ की ओर से वर्ष 2017 में फेसबुक पर एक विवादित टिप्पणी करने का मुकदमा दर्ज कराया गया था। 

शहला ने फिर किया ट्वीट

मुकदमा दर्ज होने के कुछ देर बाद ही शहला राशिद ने फिर ट्वीट किया। शहला ने लिखा कि मेरे खिलाफ मुकदमा तो दर्ज कर लिया, लेकिन जिन लोगों ने कश्मीरी छात्रों को देहरादून छोड़ने की बात कही, बजरंग दल के उन लोगों पर कार्रवाई होगी? मैं नहीं कह सकती कि उत्तराखंड में कौन शासन कर रहा है।

एसएसपी निवेदिता कुकरेती ने बताया कि कश्मीरी छात्राओं को बंधक बनाए जाने खबर निराधार थी। वह सभी सुरक्षित हैं। इसे लेकर शहला ने ट्वीट किया था कि पुलिस वहां मौजूद है, लेकिन भीड़ को हटाने के लिए कुछ नहीं कर रही है। मामले में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। 

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