कृषि व्यवसाय को बेहतर बनाने के लिए दिया जा रहा है वित्तीय प्रबंधन का प्रशिक्षण
जलागम प्रबंधन निदेशालय कृषि संघों को कृषि व्यवसाय के वित्तीय प्रबंधन में दक्ष बनाने के लिए पांच दिवसीय प्रशिक्षण दिला रहा है।
देहरादून, जेएनएन। जलागम प्रबंधन निदेशालय कृषि संघों को कृषि व्यवसाय के वित्तीय प्रबंधन में दक्ष बनाने के लिए पांच दिवसीय प्रशिक्षण दिला रहा है। इसमें संघों के निदेशकों को इंस्टीट्यूट ऑफ रूरल मैनेजमेंट आनंद, गुजरात के विशेषज्ञ वित्तीय प्रबंधन के गुर बता रहे हैं।
इंदिरा नगर स्थित जलागम प्रबंधन निदेशालय के सभागार में पांच दिवसीय प्रशिक्षण का शुभारंभ जलागम अनुश्रवण एवं विकास परिषद के उपाध्यक्ष ज्योति प्रसाद गैरोला ने दीप जलाकर किया। उन्होंने कहा कि जलागम किसानों की बेहतरी के लिए कृषि संघ गठित कर काम कर रही है। इससे किसानों की उपज के ताजा और प्रसंस्कृत उत्पाद स्थानीय व बाहरी मंडियों तक पहुंच रहे हैं।
उन्होंने कहा कि कृषि व्यवसाय को बेहतर बनाने के लिए वित्तीय प्रबंधन का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसके बाद इंस्टीट्यूट ऑफ रूरल मैनेजमेंट के प्रो. राकेश अरावातिया, प्रो. श्रीधर विश्वनाथ, प्रो. सुशांत कुमार शर्मा ने कृषि संघों के जिला परियोजना निदेशकों को कृषि व्यवसाय में वित्तीय प्रबंधन के महत्व और तरीकों के बारे में बताया। इससे किसानों की आर्थिक स्थिति सुधारने में मदद मिलेगी।
उन्होंने बताया कि वित्तीय प्रबंधन के अलावा उत्पाद की मार्केटिंग, किसानों के बीच समन्वय स्थापित करने और खेत से फसल को मंडी तक पहुंचाने के प्रबंधन का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। प्रशिक्षण में मुख्य परियोजना निदेशक डॉ. भू¨पदर कौर औलख ने कहा कि कृषि संघों को मजबूत करने के लिए उनकी आय में वृद्धि और समुचित वित्तीय प्रबंधन दिशा की ओर काम करना होगा।
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इसके बाद ग्राम्या की परियोजना निदेशक नीना ग्रेवाल ने बताया कि योजना के तहत आठ जिलों में 16 किसान संघों में 6,685 किसान जोड़ कर काम किया जा रहा है। इन संघों ने दो करोड़ रुपये का व्यवसाय किया है। इसको आगे बढ़ाने के लिए वित्तीय प्रबंधन का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इस दौरान डॉ. कपिल लाल, डॉ. आरपी कवि, डॉ. एसके सिंह, डॉ. सिद्धार्थ श्रीवास्तव, अजय कुमार, सोबन सिंह रावत आदि मौजूद रहे।
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