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उत्‍तराखंड के 12 डीएफओ दफ्तरों में छह करोड़ की गड़बड़ी, पढ़िए पूरी खबर

प्रदेश के एक दर्जन प्रभागीय वनाधिकारी (डीएफओ) कार्यालयों में छह करोड़ से ज्यादा की वित्तीय अनियमितता ऑडिट में पकड़ी गई हैं।

By Edited By: Published: Thu, 13 Aug 2020 03:00 AM (IST)Updated: Thu, 13 Aug 2020 10:19 AM (IST)
उत्‍तराखंड के 12 डीएफओ दफ्तरों में छह करोड़ की गड़बड़ी, पढ़िए पूरी खबर
उत्‍तराखंड के 12 डीएफओ दफ्तरों में छह करोड़ की गड़बड़ी, पढ़िए पूरी खबर

देहरादून, राज्य ब्यूरो। प्रदेश के एक दर्जन प्रभागीय वनाधिकारी (डीएफओ) कार्यालयों में छह करोड़ से ज्यादा की वित्तीय अनियमितता ऑडिट में पकड़ी गई हैं। चौंकाने वाली जानकारी ये सामने आई कि पिछली कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में मानव-वन्यजीव संघर्ष में जानमाल की क्षतिपूर्ति देने में इन वन प्रभागों ने लापरवाही बरती। 1.85 करोड़ से ज्यादा राहत राशि का वितरण नहीं किया गया। 

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आहरण वितरण अधिकारियों की जिम्मेदारी संभाल रहे 12 डीएफओ की वर्ष 2016-17 की ऑडिट रिपोर्ट में वित्तीय गड़बड़ी की पोल खुली है। इनमें केदारनाथ, सिविल एवं सोयम वन प्रभाग अल्मोड़ा, लैंसडौन, कोटद्वार, पिथौरागढ़, कार्बेट नेशनल पार्क रामनगर, हरिद्वार, चंपावत, नंदा देवी नेशनल पार्क जोशीमठ, अल्मोड़ा वन प्रभाग, बागेश्वर, देहरादून व भूमि संरक्षण वन प्रभाग कालसी डीएफओ कार्यालय शामिल हैं। इन कार्यालयों ने अनियमित तरीके से लाखों रुपये का नकद भुगतान किया। राजस्व के लाखों रुपये का बकाया वसूलने की जहमत नहीं उठाई गई। ऑडिट रिपोर्ट वन एवं पर्यावरण प्रमुख सचिव को भेजी गई है।

बड़ी धनराशि हिस्सों में बांटकर खर्च की  

डीएफओ केदारनाथ कार्यालय कार्मिकों ने 1.29 लाख की जमानत धनराशि खाते में जमा नहीं की। धनादेश के स्थान पर 3.21 लाख अनियमित भुगतान हुआ। प्रोक्योरमेंट नियम ताक पर रखकर सिविल एवं सोयम कार्यालय अल्मोड़ा ने 13.71 लाख, कोटद्वार ने 4.39 लाख, पिथौरागढ़ ने 2.49 लाख, हरिद्वार ने 10.40 लाख, बागेश्वर ने 8.53 लाख की राशि छोटे हिस्सों में बांटकर सामान की खरीद की। 

दो प्रभागों पर तीन करोड़ राजस्व बकाया

चंपावत डीएफओ कार्यालय पर 2.56 करोड़, बागेश्वर पर 73.59 लाख राजस्व का बकाया रहा। नंदा देवी पार्क जोशीमठ प्रभाग के पास 1.50 करोड़ राशि का उपयोगिता प्रमाणपत्र नहीं मिला। वित्त विभाग ने उक्त ऑडिट रिपोर्ट पर बिंदुवार जवाब वन महकमे से मांगा है। 

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इन कार्यालयों पर बकाया है क्षतिपूर्ति राशि (लाख रुपये में)

  • कार्यालय-------------राशि
  • कोटद्वार-------------44.61
  • बागेश्वर-------------32.22 
  • हरिद्वार-------------26.57
  • पिथौरागढ़----------21.19 
  • अल्मोड़ा------------13.05
  • चंपावत-------------12.89  
  • जोशीमठ-------------10.55 
  • केदारनाथ------------10.33

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