इंसान का इंसान ही नहीं अब मशीन से भी मुकाबला
जागरण संवाददाता, देहरादून: दिनोदिन एडवास होती टेक्नोलॉजी ने जिंदगी को तो आसान बनाया है पर कइ
जागरण संवाददाता, देहरादून: दिनोदिन एडवास होती टेक्नोलॉजी ने जिंदगी को तो आसान बनाया है पर कई नौकरियों को भी खत्म कर दिया है। मैनपावर की जगह मशीनों ने ले ली है। जितनी तेजी के साथ टेक्नोलॉजी एडवास हो रही है, सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि आने वाले करीब दस सालों में कुछ और नौकरिया खत्म होने जा रही हैं। फिल्म अभिनेता, अधिवक्ता व मैनेजमेंट प्रोफेशनल मुकेश त्यागी ने भावी पीढ़ी को कॅरियर की इन चुनौतियों से रूबरू कराया।
देहरादून कॅरियर कॉन्क्लेव में छात्रों को संबोधित करते उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षो में देश और दुनिया में बड़े पैमाने पर तकनीकी परिवर्तन हुए हैं। यह ई-कॉमर्स, ऑनलाइन शॉपिंग का दौर है। जहां कैब से लेकर भोजन और किताबों से कपड़े तक एक क्लिक पर उपलब्ध हैं। आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस और रोबोटिक्स आज वास्तविकता है। जिस चौथी औद्योगिक क्रांति की संभावना जताई जा रही है उसमें मशीनों के आगे कई नौकरिया कुर्बान होंगी। उन्होंने कहा कि वह समय दूर नहीं जब इंसान को नौकरियों के लिए इंसानों से ही नहीं, बल्कि रोबोट्स से भी मुकाबला करना होगा। उन्होंने कहा कि नौकरी जाने की बात सुनकर डरने की जरूरत नहीं। एक तरफ ऑटोमेशन के चलते लोगों के हाथ से नौकरिया छिनेंगी तो दूसरी तरफ नौकरियों आएंगी भी। नौकरियों के नए-नए रास्ते खुलेंगे। नई संभावनाएं बनेंगी। पर, इसके लिए आपको खुद को जमाने के अनुरूप ढालना होगा। नए-नए स्किल भी सीखने होंगे। तभी आपको नई जगहों पर नौकरी मिल सकेगी। उन्होंने कहा कि युवा नौकरी के पीछे न दौड़ें बल्कि नौकरी देने वाले बनें। उन्हें उद्यमिता से जुड़ अपना कॅरियर संवारने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि यह कटु सत्य है कि एक नियोक्ता और कर्मचारी के बीच कभी भावनात्मक रिश्ता नहीं होता। ऐसे में अपने भविष्य की चाभी भला किसी और के हाथ क्यों दें।