भुगतान न हुआ तो गन्ना सप्लाई रोकेंगे किसान
संवाद सहयोगी डोईवाला आदर्श आचार संहिता लागू होने के कारण बेमियादी अनशन की अनुमति न मि
संवाद सहयोगी, डोईवाला
आदर्श आचार संहिता लागू होने के कारण बेमियादी अनशन की अनुमति न मिलने के बाद डोईवाला चीनी मिल से जुड़े किसानों ने आंदोलन का नया तरीका ढूंढ निकाला है। किसानों ने तीन दिनों के भीतर गन्ना भुगतान न होने पर गन्ने की सप्लाई रोकने की चेतावनी दी है।
मंगलवार को किसानों के प्रतिनिधिमंडल ने उप जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपते हुए गन्ने का भुगतान न होने के कारण किसानों को हो रही परेशानियों से अवगत कराया और अनशन की अनुमति मांगी। उप जिलाधिकारी ने अनशन की अनुमति देने से इनकार करते हुए उच्च अधिकारियों से जल्द ही भुगतान के संबंध में वार्ता करने का आश्वासन दिया।
गन्ना समिति के अध्यक्ष मनोज नौटियाल ने कहा कि लगभग दो माह होने पर भी किसानों को अभी तक भुगतान नहीं मिल पाया, जिससे किसान परेशानी झेल रहे हैं। किसान नेता उमेद बोरा ने कहा कि 14 दिन में गन्ना भुगतान न होने पर ब्याज देने का प्रावधान है, लेकिन किसानों को ब्याज तो दूर की बात अपना मूल भुगतान भी लेने के लिए चक्कर काटने पड़ रहे हैं।
भाकियू जिलाध्यक्ष सुरेंद्र सिंह खालसा ने कहा कि शुगर मिल में 11 लाख क्विंटल से अधिक की पेराई हो जाने के बावजूद किसानों को अभी तक कोई भुगतान नहीं किया गया है। डोईवाला गन्ना समिति से जुड़े किसानों का ही अब तक पांच लाख क्विंटल से अधिक गन्ना खरीदा जा चुका है। जिसके सापेक्ष लगभग 17 करोड़ से अधिक का भुगतान किया जाना है, लेकिन कोई भी सुध नहीं ले रहा है। इसको लेकर तीन दिनों के भीतर भुगतान न होने पर किसानों ने अब शुगर मिल में गन्ना सप्लाई रोकने की चेतावनी दी है।