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Dehradun Crime: खुद को एसडीएम बताकर शातिर ने युवक से ठगे 15 लाख, मुकदमा दर्ज

Dehradun Crime फर्जी उपजिलाधिकारी बनकर शातिर ने एक व्यक्ति से जमीन उसके नाम करवाने के नाम पर 15 लाख रुपये ठग लिए। किराये के मकान में रहने वाला शातिर फर्जी एसडीएम अब मकान खाली करके चला गया है।

By Raksha PanthriEdited By: Published: Sun, 10 Jan 2021 10:23 AM (IST)Updated: Sun, 10 Jan 2021 10:23 AM (IST)
Dehradun Crime: खुद को एसडीएम बताकर शातिर ने युवक से ठगे 15 लाख, मुकदमा दर्ज
Dehradun Crime: खुद को एसडीएम बताकर शातिर ने युवक से ठगे 15 लाख, मुकदमा दर्ज।

जागरण संवाददाता, देहरादून। Dehradun Crime फर्जी उपजिलाधिकारी बनकर शातिर ने एक व्यक्ति से जमीन उसके नाम करवाने के नाम पर 15 लाख रुपये ठग लिए। किराये के मकान में रहने वाला शातिर फर्जी एसडीएम अब मकान खाली करके चला गया है। प्रेमनगर थाना पुलिस ने फर्जी एसडीएम सहित ठगी में संलिप्त चार अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।

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प्रेमनगर के एसओ धर्मेंद्र सिंह रौतेला के अनुसार कोटड़ा संतूर प्रेमनगर निवासी सौरभ बहुगुणा ने शिकायत दर्ज करवाई कि 1994 में उनकी माता को नसबंदी कराने पर सरकार की ओर से कोटड़ा संतूर में कुछ भूमि दी गई थी। कुछ समय बाद भूमि पर श्मशान घाट बना दिया गया और उसके बदले दूसरी जगह जमीन देने की बात कही गई, लेकिन काफी समय तक उन्हें जमीन नहीं मिली। फरवरी 2020 में सौरभ बहुगुणा की मुलाकात अश्वनी कुमार श्रीवास्तव नाम के व्यक्ति से हुई, जिसने खुद को एसडीएम बताया व जमीन नाम करवाने के नाम पर 20 लाख की डिमांड की।

कुछ दिन बाद आरोपित अश्वनी कुमार भूमि पर एक राजस्व पटवारी को साथ लेकर आया व भूमि की नपाई की। अश्वनी कुमार ने सौरभ से कहा कि उन्हें श्मशान घाट के बदले खसरा नंबर 308 वाली भूमि दी जाएगी। इसके बाद अश्वनी कुमार की बातों में आकर सौरभ ने तीन किश्तों में 15 लाख रुपये अश्वनी कुमार के जीएमएस रोड स्थित निवास पर दिए। इस दौरान आरोपित के घर पर पिंकी नाम की महिला भी मौजूद रही। आरोपित काम करने के बदले पांच लाख रुपये और मांग रहा था, लेकिन सौरभ ने मना कर दिया। 

काम न होने पर कुछ समय बाद सौरभ जब अश्वनी के निवास पर गया तो पता चला कि अश्वनी कुमार वहां पर किराये पर रहता था, जो मकान छोड़कर चला गया है। पीड़ित जब एसडीएम अश्वनी कुमार का पता करने विकासनगर और देहरादून तहसील गया तो पता लगा कि दोनों तहसीलों में इस नाम का कोई एसडीएम नहीं है। एसओ ने बताया कि सौरभ बहुगुणा की शिकायत पर फर्जी एसडीएम अश्वनी कुमार श्रीवास्तव और उसके सहयोगी पंकज शर्मा, पिंकी, कमल धामी और अज्ञात राजस्व पटवारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।

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