फोन तो उठता नहीं, घर बैठे कैसे कराएं कोरोना जांच, पढ़िए पूरी खबर
प्रदेश सरकार ने भी आमजन को घर बैठे कोरोना जांच कराने की सुविधा प्रदान करने के लिए कुछ लैब के नंबर सार्वजनिक किए थे लेकिन इन नंबरों की जमीनी हकीकत हैरान करने वाली है। अधिकांश नंबर या तो स्विच ऑफ हैं या फिर नेटवर्क क्षेत्र से बाहर।
जागरण संवाददाता, देहरादून। कोरोना की दूसरी लहर लगातार दिक्कतें बढ़ा रही है। ऐसे में मामूली तबीयत बिगड़ने पर लोग एहतियातन कोरोना टेस्ट करवा रहे हैं। हाल ही में प्रदेश सरकार ने भी आमजन को घर बैठे कोरोना जांच कराने की सुविधा प्रदान करने के लिए कुछ लैब के नंबर सार्वजनिक किए थे, लेकिन इन नंबरों की जमीनी हकीकत हैरान करने वाली है।
अधिकांश नंबर या तो स्विच ऑफ हैं या फिर नेटवर्क क्षेत्र से बाहर। यही नहीं जो नंबर लग भी रहे हैं, उनपर कोई जवाब नहीं मिल रहा है। एकाध नंबर पर ही बात हो पा रही है। मजबूरन लोग जांच कराने को लैब का रुख कर रहे हैं। वहां लंबी कतारें लगने से संक्रमण का खतरा भी बढ़ रहा है।
केस 1
सुद्धोवाला निवासी सूर्या प्रताप सिंह ने सरकार की और से जारी लैब के नंबर पर कोरोना टेस्ट करवाने के लिए फोन किया, लेकिन नंबर नहीं लगा। चार्ट में मौजूद अन्य नंबरों पर फोन किया तो उनमें से कई नंबर स्विच ऑफ आए। कुछ नंबर लगे भी, लेकिन किसी ने उन्हें उठाया नही।
केस 2
वसंत विहार निवासी शुभम पंवार ने जीएमएस रोड के नजदीक लैब के नंबरों पर फोन किए। इनमें से कुछ नंबर कवरेज क्षेत्र से बाहर आए। कई बार प्रयास करने के बाद एक नंबर पर बात हुई। उन्होंने भी अगले दिन आने का आश्वासन दिया। घर आकर आरटीपीसीआर जांच करने के लिए एक हजार रुपये चार्ज बताया।
केस 3
ईसी रोड निवासी समर्थ सिंह ने घंटाघर के नजदीक लैब के जारी पांच नंबरों पर कॉल किया। जिसमें तीन नंबर बंद आए, जबकि एक नंबर कवरेज क्षेत्र से बाहर मिला। वहीं एक नंबर से बातचीत हुई। लेकिन उन्होंने अपना दूसरा क्षेत्र होने का हवाला दिया और दूसरे नंबर पर कॉल करने की सलाह दी।
धूप में खड़े रहकर जांच करवा रहे लोग
सरकार चाहें कितने भी दावे करे, लेकिन कोरोना की दूसरी लहर में सरकारी तंत्र चरमरा गया है। इसका एक जीता-जागता नजर शहर के दीनदयाल उपाध्याय कोरोनेशन अस्पताल में देखने को मिला। गुरुवार को कोरोनेशन अस्पताल में भरी दोपहरी में लोग कोरोना टेस्ट कराने के लिए कतार में खड़े रहे। लंबे लंबे दावे करने वाले स्वास्थ्य महकमे से इतना नहीं हो पाया कि कोरोना जांच केंद्र के बाहर टेंट लगाकर छाया का इतंजाम कर दे।
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