श्रीराम को वनवास जाते देख दर्शकों की आंखें हुई नम Dehradun News
पति धर्म निभाते हुए जब राजा दशरथ ने पुत्र को चौदह वर्ष के वनवास पर भेजा तो रामलीला देखने आए दर्शक एकाएक भावुक हो उठे। स्थिति ऐसी हो गई कि सबकी आंखें नम हो उठी।
देहरादून, जेएनएन। पति धर्म निभाते हुए जब राजा दशरथ ने पुत्र को चौदह वर्ष के वनवास पर भेजा तो रामलीला देखने आए दर्शक एकाएक भावुक हो उठे। स्थिति ऐसी हो गई कि सबकी आंखें नम हो उठी।
मौका था श्री क्षेत्रीय संस्कृति रामकला इन समाज कल्याण समिति की ओर से सागर रोड स्थित आयोजित रामलीला का था। तीसरे दिन श्री राम वनवास का मंचन किया गया। इस दौरान पहली बार मंच पर तेरह वर्षीय हिमांशू ने तबले पर अपनी कला का प्रदर्शन किया। जिसे सुनते दी दर्शक हिमांशू की वाह-वाही करने को मजबूर हो उठे।
इस दौरान श्री राम का किरदार पपेंद्र, लक्ष्मण का किरदार सागर, सीता का किरदार धीरज, दशरथ का किरदार दिनेश और भरत का किरदार कमल पंत ने निभाया। वहीं, झंडा बाजार स्थित श्री रामलीला कला समिति की ओर से आयोजित रामलीला का विधायक खजान दास ने उद्घाटन किया।
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इस मौके पर वृंदावन से आए कलाकारों ने नारद मोह, रावण तपस्या, रामजन्म और सीता जन्म का मंचन किया। रविवार की सुबह रामलीला भवन में कलश स्थापना की गई वहीं शाम चार बजे सुंदरकांड पाठ का आयोजन किया जाएगा। इस मौके पर अध्यक्ष अरविंद गोयल, वरिष्ठ उपाध्यक्ष दयाल चंद गुप्ता, महामंत्री महेश गर्ग, कोषाध्यक्ष तरुण शर्मा मौजूद रहे।
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