दो बार स्टाफ नर्स की भर्ती परीक्षा स्थगित होने पर जताया रोष, पढ़िए पूरी खबर
दो बार स्टाफ नर्स की भर्ती परीक्षा स्थगित होने पर बेरोजगार नर्सिंग अभ्यर्थियों ने मंगलवार को रायपुर के विधायक उमेश शर्मा काऊ के निवास पर रोष प्रकट किया। उन्होंने कहा कि सरकार के इस निर्णय से हजारों अभ्यर्थियों को झटका लगा है।
जागरण संवाददाता, देहरादून। दो बार स्टाफ नर्स की भर्ती परीक्षा स्थगित होने पर बेरोजगार नर्सिंग अभ्यर्थियों ने मंगलवार को रायपुर के विधायक उमेश शर्मा काऊ के निवास पर रोष प्रकट किया। उन्होंने कहा कि सरकार के इस निर्णय से हजारों अभ्यर्थियों को झटका लगा है।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग व चिकित्सा शिक्षा विभाग में स्टाफ नर्स के 2621 रिक्त पदों के लिए पहले 28 मई और अब 15 जून को आयोजित होने वाली भर्ती परीक्षा स्थगित कर दी गई। यह परीक्षा उत्तराखंड प्राविधिक शिक्षा परिषद की ओर से कराई जानी है। दोनों बार परीक्षा को स्थगित किए जाने को लेकर अलग-अलग तर्क दिए गए, जबकि बेरोजगार नर्सिंग अभ्यर्थियों का आरोप है कि यह परीक्षा नर्सिंग स्टाफ पद पर लगे संविदा कर्मी, उपनल व आउटसोर्स कर्मचारियों के विरोध-प्रदर्शन और धरना देने के दबाव के कारण स्थगित की गई।
बेरोजगार युवाओं का कहना है कि वह पिछले छह से आठ सालों से निजी अस्पतालों में बहुत कम वेतन पर सेवाएं दे रहे हैं। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में उन्होंने पूरी ईमानदारी से करीब चार महीने सेवाएं दी। इसी बीच उन्होंने भर्ती परीक्षा की तैयारी भी की, लेकिन सरकार ने दो बार परीक्षा से कुछ दिन पहले ही बिना कारण बताए स्थगित कर दी, जिससे करीब 11 हजार अभ्यर्थियों को झटका लगा है। उन्होंने विधायक उमेश शर्मा काऊ से आग्रह किया कि उनकी मांग को मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत तक पहुंचाएं। इस मौके पर विधायक को ज्ञापन भी सौंपा गया। इस अवसर पर बेरोजगार मोहम्मद शहजाद, मुकेश, अनिल दानु, दिव्या चौहान, दीप सैनी मौजूद रहे।
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