अधिशासी अभियंता ने सीमांत क्षेत्र मे देखी पेयजल व्यवस्था
चकराता सीमांत क्षेत्र में अधिशासी अभियंता उत्तराखंड जल संस्थान नमित रमोला ने पेयजल व्यवस्था का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने अधीनस्थ कर्मियों को बरसात से पूर्व सभी कार्य पूर्ण करने के निर्देश भ्दिए।
संवाद सूत्र, चकराता: सीमांत क्षेत्र में अधिशासी अभियंता उत्तराखंड जल संस्थान नमित रमोला ने पेयजल व्यवस्था का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने अधीनस्थ कर्मियों को बरसात शुरू होने से पहले पेयजल स्त्रोतों व लाइनों के रखरखाव के सुरक्षात्मक कार्य को समय से पूरा कराने के निर्देश दिए।
शुक्रवार को अधिशासी अभियंता उत्तराखंड जल संस्थान अनुरक्षण खंड देहरादून इं. नमित रमोला ने गेट बाजार त्यूणी, नया बाजार त्यूणी, मझोग, हनोल, चातरा, ब्यूलाडा व कोटी-कनासर क्षेत्र में पेयजल लाइनों का निरीक्षण किया। अधिशासी अभियंता ने अधीनस्थ कर्मियों को बरसात शुरू होने से पहले ऐसे जल स्त्रोतों को चिन्हित करने के निर्देश दिए जहां खड्ड व बरसात के चलते तेज बहाव में जल स्त्रोतों को नुकसान पहुंचने की आशंका है। कहा कि बरसात में भूस्खलन जोन व तेज बहाव से जल स्त्रोतों को बचाने के लिए समय से पूर्व हर हाल में सुरक्षात्मक कार्य पूरे कर लिए जाए, जिससे पेयजल की समस्या न रहे। अधिशासी अभियंता ने कहा कि विभाग जल शक्ति मिशन योजना के तहत चकराता ब्लॉक क्षेत्र की कुछ पेयजल लाइनों के सुधारी करण की कार्य योजना बना रहा है। इसके अलावा जौनसार-बावर के सिद्धपीठ व क्षेत्र के प्रमुख पर्यटन स्थल हनोल में आने-जाने वाले हजारों श्रद्धालुओं व बस्ती वासियों की सुविधा को देखते हुए पुरानी पेयजल लाइन के स्त्रोत का विस्तारीकरण कर नए स्त्रोत से जोड़ा गया है। पर्यटन स्थल हनोल क्षेत्र में पेयजल व्यवस्था दुरुस्त करने को रिजर्व टैंक व पुरानी लाइनों का मरम्मत कार्य कराया जा रहा है। जल संस्थान के पेयजल लाइन बनाने से लोगों को पानी की किल्लत नहीं रहेगी। पेयजल टैंक से लंगर हॉल, श्रद्धालुओं के लिए स्टैंड पोस्ट, मंदिर समिति कक्ष, महासू मंदिर में बने भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के सुलभ शौचालय, मंदिर समिति के सुलभ शौचालय व बस्ती क्षेत्र में पेयजल आपूर्ति होगी। इस दौरान जलकल अभियंता एपी सिंह, कनिष्ठ अभियंता बीएस सजवाण, ग्राम प्रधान हरीश चंद्र राजगुरु, उपप्रधान जय किशन, मंदिर समिति प्रबंधक नरेंद्र नौटियाल, रोशन लाल शर्मा, मनोज बिजल्वाण, प्रेम प्रसाद, धनीराम आदि मौजूद रहे।