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आधुनिक तकनीक से अपडेट हो रहे हैं इंजीनियरिंग कॉलेज के शिक्षक

इंजीनियरिंग कॉलेजों की फैकल्टी को ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन (एआइसीटीई) आधुनिक तकनीक से अपडेट कर रहा है।

By Raksha PanthariEdited By: Published: Mon, 30 Dec 2019 04:59 PM (IST)Updated: Wed, 01 Jan 2020 07:04 AM (IST)
आधुनिक तकनीक से अपडेट हो रहे हैं इंजीनियरिंग कॉलेज के शिक्षक
आधुनिक तकनीक से अपडेट हो रहे हैं इंजीनियरिंग कॉलेज के शिक्षक

देहरादून, जेएनएन। सभी इंजीनियरिंग कॉलेजों की फैकल्टी को ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन (एआइसीटीई) आधुनिक तकनीक से अपडेट कर रहा है। इसके लिए देशभर के तकनीकी संस्थानों में एआइसीटीई की ओर से प्रशिक्षण दिया जा रहा है। तीन प्रशिक्षण कार्यक्रम इस वर्ष पूरे भी हो चुके हैं। बाकी के पांच अगले वर्ष शुरू होंगे। इसमें शिक्षकों को पढ़ाने के नए तरीकों के अलावा आधुनिक तकनीकों की भी जानकारी दी जा रही है। 

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उत्तराखंड तकनीकी विश्वविद्यालय (यूटीयू) से 98 संस्थान संबद्ध हैं, जिनमें पांच हजार से अधिक शिक्षक हैं। एआइसीटीई का उद्देश्य उच्च शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए इन शिक्षकों को नई तकनीकों से परिचित कराना है। जिससे वह छात्रों को बेहतर ढंग से पढ़ा सकें। इसके लिए एआइसीटीई इन शिक्षकों को शॉर्ट टर्म ट्रेनिंग दे रहा है, जबकि इंडियन सोसाइटी फॉर टेक्निकल एजुकेशन (आइएसटीई) की ओर से रिफ्रेशर्स प्रोग्राम का आयोजन किया जा रहा है। 

शॉर्ट टर्म ट्रेनिंग प्रोग्राम दो तरह के हैं। पहला जिनमें कम से कम सात दिन प्रशिक्षण दिया जाना है। दूसरे में अधिकतम 15 दिन का प्रशिक्षण कराया जा रहा है। शॉर्ट टर्म ट्रेनिंग के लिए अलग-अलग मॉड्यूल तय किए गए हैं। इनमें साइबर सिक्योरिटी, सेंसर नेटवर्क, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, डिजिटल इमेज प्रोसेसिंग, मेटलैप प्रोग्राम आदि शामिल हैं। 

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यूटीयू की कुलसचिव डॉ. अनीता रावत का कहना है कि ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन (एआइसीटीई) की यह पहल बेहद लाभदायक है। तकनीकी संस्थानों में एआइसीटीई का नया करिकुलम लागू हो चुका है। फैकल्टी छात्रों को और बेहतर और रोचक ढंग से अध्ययन करवाए इसके लिए यह ट्रेनिंग जरूरी भी है। यूटीयू के शिक्षक भी यह प्रशिक्षण ले रहे हैं। 

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