सुनिए वित्त मंत्री जी, उत्तराखंड के ऊर्जा कर्मियों को नए साल में आर्थिक सुधार की उम्मीद
2020 के कोरोना की भेंट चढ़ने के बाद 2021 से सभी तबके के लोग उम्मीद लगाए बैठे हैं। आर्थिकी को हुए नुकसान के कारण सभी क्षेत्रों में संकट के बादल मंडराने लगे थे लेकिन अब नए साल में आर्थिक सुधारों के साथ अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलने की संभावना है।
जागरण संवाददाता, देहरादून। 2020 के कोरोना की भेंट चढ़ने के बाद 2021 से सभी तबके के लोग उम्मीद लगाए बैठे हैं। कोरोना काल में आर्थिकी को हुए नुकसान के कारण सभी क्षेत्रों में संकट के बादल मंडराने लगे थे, लेकिन अब नए साल में आर्थिक सुधारों के साथ अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलने की संभावना है। ऐसे में ऊर्जा निगमों के कार्मिक भी आगामी आम बजट से उम्मीद बांधे हुए हैं। ऊर्जा कार्मिकों ने सभी सेक्टर के साथ ही ऊर्जा के क्षेत्र में भी केंद्र सरकार से नए प्रयासों की आशा जताई है।
उत्तराखंड ऊर्जा निगम के कार्मिकों ने वित्त मंत्री से टैक्स में छूट से लेकर विभिन्न घरेलू उत्पादों और सेवाओं में रियायत देने की उम्मीद की है। नौकरी पेशा और गृहणियों को दैनिक उपभोग की वस्तुएं वाजिब दाम में मिलें और किसी भी टैक्स में अधिक वृद्धि न की जाए तो सभी वर्गों को राहत मिलेगी। इसी को ध्यान में रखते हुए देश का बजट बनाने की मांग ऊर्जा कर्मी भी कर रहे हैं। ऐसे में दैनिक जागरण के माध्यम से उत्तराखंड के ऊर्जा कर्मी अपनी बात वित्त मंत्री तक पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं।
संदी कुमार शर्मा का कहना है कि सरकार को नए बजट में इनकम टैक्स की दरों में छूट देनी चाहिए और जो दैनिक उपयोग की वस्तुएं हैं, उन पर जीएसटी शून्य करना चाहिए, जिससे आम आदमी को राहत मिल सके। वहीं, ईशा त्रिपाठी सरकार को घरेलू गैस के दाम सस्ते करने चाहिए और खाद्य सामग्री पर भी टैक्स को न्यूनतम कर देना चाहिए, जिससे की रसोई के भार पर कुछ राहत महसूस हो।
आशीष कुमार सिरस्वाल ने बताया कि हमें उम्मीद है कि यह लोकप्रिय बजट होगा, जिसमें घर के किचन से लेकर दैनिक उपयोग में लाई जाने वाली समस्त आवश्यक वस्तु को सस्ता किया जाएगा।
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