पेयजल निगम में कार्मिकों को दो माह से नहीं मिला वेतन और पेंशन, जल्द भुगतान की मांग
दो माह से कार्मिकों को वेतन और पेंशन का भुगतान नहीं हुआ है। अधिकारी-कर्मचारी संयुक्त समन्वय समिति ने प्रबंध निदेशक को पत्र लिख जल्द भुगतान की मांग की है
देहरादून, जेएनएन। पेयजल निगम में दो माह से कार्मिकों को वेतन और पेंशन का भुगतान नहीं हुआ है। अधिकारी-कर्मचारी संयुक्त समन्वय समिति ने प्रबंध निदेशक को पत्र लिख जल्द भुगतान की मांग की है। समिति के महामंत्री विजय खाली ने बताया कि फरवरी और मार्च का वेतन अभी तक कार्मिकों को जारी नहीं किया गया है। जबकि, पूर्व कर्मियों की पेंशन का भी यही हाल है। ऐसे में तमाम कार्मिकों के सामने लॉकडाउन की स्थिति में आर्थिक संकट पैदा हो गया है। उन्हें दैनिक आवश्यकता की वस्तुओं की खरीद में भी दिक्कत पेश आ रही है। ऐसे में समिति के तमाम सदस्यों ने तत्काल पेंशन और वेतन का भुगतान करने की मांग की है। इस बाबत एमडी को पत्र लिखा है।
दो माह से वेतन न मिलने से शिक्षक परेशान
सर्व शिक्षा अभियान के तहत जूनियर हाईस्कूलों में तैनात हजारों शिक्षकों को दो माह से वेतन नहीं मिला है। इससे शिक्षकों की परेशानी दिनों-दिन बढ़ती जा रही है। शिक्षकों ने सरकार से जल्द से जल्द वेतन जारी करने की मांग की है। जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष विनोद थापा ने बताया कि सर्व शिक्षा अभियान के तहत प्रदेश के जूनियर हाईस्कूलों में तैनात शिक्षकों को फरवरी से वेतन नहीं मिला है। उन्होंने बताया कि इन शिक्षकों का वेतन नियमित शिक्षकों की तुलना में कम भी है। ऐसे में उनके सामने वित्तीय समस्याएं बढ़ती जा रही हैं।
महामंत्री राजेंद्र बहुगुणा ने कहा कि इस संकटकाल में प्रत्येक शिक्षक सरकार के साथ खड़ा है और सहयोग के लिए तत्पर है। संघ ने अपने स्तर पर इस संकट से उबरने के लिए पूर्व में आर्थिक सहयोग भी किया। जिस पर कार्यवाही गतिमान है। संघ के प्रदेश कोषाध्यक्ष सतीश घिल्डियाल ने कोरोना संक्रमण की रोकथाम में लगे सभी योजित स्थायी, अस्थायी, अनुबंधित कार्मिकों को जोखिम प्रोत्साहन राशि, सुरक्षा उपकरण और संक्रमण से जीवन क्षति होने की स्थिति में 50 लाख की अनुग्रह राशि आश्रित परिवार को देने की मांग की।
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जंगल की आग में मृत महिलाओं के स्वजनों को दी सहायता राशि
बागेश्वर वन प्रभाग के अंतर्गत कपकोट के जंगल में लगी आग की चपेट में आकर मृत महिलाओं के स्वजनों को चार-चार लाख रुपये की मुआवजा राशि दे दी गई है। कपकोट के जंगल में चार अप्रैल को लगी आग की चपेट में आकर चचई गांव निवासी दो महिलाओं की मौत हो गई थी, जबकि एक घायल हो गई थी। प्रमुख मुख्य वन संरक्षक जयराज के अनुसार जंगल की आग के आपदा की श्रेणी में शामिल होने के बाद आपदा मद से दोनों मृतक महिलाओं के स्वजनों को शासन ने मुआवजा राशि दे दी गई है। उन्होंने बताया कि घायल महिला के लिए भी सहायता राशि तय कर दी गई है, जो एक-दो दिन में उपलब्ध करा दी जाएगी।
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