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दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे पर एलिवेटेड रोड से सुगम होगा आमजन का सफर

दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे से न सिर्फ दिल्ली और दून के बीच का सात-आठ घंटे का सफर ढाई घंटे में पूरा हो सकेगा बल्कि सहारनपुर (उत्‍तर प्रदेश) के पास गणेशपुर से डाटकाली मंदिर के बीच एक घंटे का सफर महज 15 मिनट में पूरा होगा।

By Sunil NegiEdited By: Published: Sun, 05 Dec 2021 12:36 PM (IST)Updated: Sun, 05 Dec 2021 12:36 PM (IST)
दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे पर एलिवेटेड रोड से सुगम होगा आमजन का सफर
दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे का प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शिलान्यास कर दिया है।

जागरण संवाददाता, देहरादून। दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे का प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शिलान्यास कर दिया है। इसके साथ ही इस महत्वाकांक्षी परियोजना के शीघ्र पूरा होने की उम्मीद भी बढ़ गई है। इससे न सिर्फ दिल्ली और दून के बीच का सात-आठ घंटे का सफर ढाई घंटे में पूरा हो सकेगा, बल्कि सहारनपुर के पास गणेशपुर से डाटकाली मंदिर के बीच एक घंटे का जामभरा सफर भी महज 15 मिनट में पूरा होगा। क्योंकि यहां पर करीब 16 किमी लंबी एलिवेटेड रोड बनाई जाएगी और इससे मोहंड के मोड़ समाप्त हो जाएंगे।

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कार्यदायी संस्था भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) के परियोजना निदेशक पंकज मौर्य के मुताबिक, देहरादून क्षेत्र में परियोजना की कुल लंबाई 19.38 किमी है। इसमें उत्तर प्रदेश की सीमा में परियोजना की लंबाई करीब 16 किमी है। उन्होंने बताया कि वन बाहुल्य क्षेत्र में मोबाइल नेटवर्क भी काम नहीं करते हैं। ऐसे में मोहंड के तमाम मोड़ के चलते भारी जाम लगा रहता है और नागरिकों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। अब लोग निकट भविष्य में एलिवेटेड रोड के माध्यम से मोबाइल नेटवर्क के डार्क एरिया से सरपट निकल सकेंगे।

दूसरी तरफ, इस पूरे क्षेत्र में वन्यजीवों के तमाम कारीडोर भी हैं। कई दफा सड़क पार करते समय वन्यजीव वाहनों से टकरा जाते हैं। एलिवेटेड रोड बनने के बाद वाहन ऊपर से गुजरेंगे और वन्यजीव नीचे स्वछंद विचरण कर पाएंगे। परियोजना में वन संरक्षण का भी पूरा ध्यान रखा गया है। पूर्व में 15 हजार के करीब पेड़ों के कटान की नौबत आ रही थी और अब अधिकतम 7500 पेड़ जद में आ रहे हैं। हालांकि, इनकी जगह एक लाख पेड़ लगाने की योजना है। वनीकरण के अलावा वन एवं वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए अन्य तमाम प्रयास भी उत्तराखंड व उत्तर प्रदेश के वन विभाग के माध्यम से किए जाएंगे। दोनों प्रदेश के वन विभाग को इसके लिए करीब 52 करोड़ रुपये जारी कर दिए हैं।

परियोजना पर एक नजर

कुल लागत, करीब 2060 करोड़ रुपये।

कुल लंबाई, 19.38 किमी

उत्तर प्रदेश की सीमा में, 16 किमी

उत्तराखंड की सीमा में 3.38 किमी

एलिवेटेड रोड, करीब 16 किमी

डाटकाली मंदिर से आशारोड़ी के बीच दो एनिमल अंडरपास

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