Move to Jagran APP

मानसून की बेरुखी का असर अब रबी पर भी, कृषि विशेषज्ञों ने जताई चिंता

प्रदेश के ज्यादातर जिलों में पूरे सीजन बादल बेहद कम बरसे जिससे खरीफ की फसल प्रभावित हुई। पर मानसून की बेरुखी का असर पर अब रबी की फसलों पर भी पड़ सकता है। जमीन में नमी कम होने के कारण गेहूं की गुणवत्ता और उत्पादन प्रभावित हो सकते हैं।

By Raksha PanthariEdited By: Published: Sun, 15 Nov 2020 09:43 AM (IST)Updated: Sun, 15 Nov 2020 09:43 AM (IST)
मानसून की बेरुखी का असर अब रबी पर भी, कृषि विशेषज्ञों ने जताई चिंता
मानसून की बेरुखी का असर अब रबी पर भी।

देहरादून, जेएनएन। मानसून सीजन बीत चुका है, लेकिन इस बार मानसून का मिजाज किसानों के लिए चिंता बढ़ाने वाला रहा। प्रदेश के ज्यादातर जिलों में पूरे सीजन बादल बेहद कम बरसे, जिससे खरीफ की फसल प्रभावित हुई। पर मानसून की बेरुखी का असर पर अब रबी की फसलों पर भी पड़ सकता है। जमीन में नमी कम होने के कारण गेहूं की गुणवत्ता और उत्पादन प्रभावित हो सकते हैं। कृषि विशेषज्ञों ने पहाड़ों में रबी की फसलों को लेकर चिंता जताई है।

loksabha election banner

इस बार उत्तराखंड में मानसून सीजन में करीब 20 फीसद कम बारिश हुई, जिसका सीधा असर फसलों पर पड़ रहा है। खासकर पहाड़ी जिलों में, जहां किसान बारिश के भरोसे ही रहते हैं। यही कारण है कि पहले बुआई में 15 फीसद की गिरावट की आशंका है। जून से सितंबर तक मानसून सीजन इस बार किसानों के लिए बेहद चिंताजनक रहा। पूरे सीजन में उत्तराखंड में सामान्य से 20 फीसद कम बारिश हुई, जबकि ज्यादातर जिलों में यह बारिश 40 फीसद से अधिक कम रही। धान की कटाई के बाद अब समय रबी की फसलों की बुआई का है। अगले कुछ दिन में गेहूं की बुआई शुरू होगी, लेकिन प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में जमीन में नमी सामान्य से कम है। इसका प्रतिकूल प्रभाव फसल पर पड़ सकता है। ऐसे किसानों की चिंता और बढ़ गई है। इस बार पहाड़ों में रबी की फसलों के उत्पादन में खासी गिरावट आ सकती है।

कृषि निदेशक गौरीशंकर का कहना है कि बारिश कम होने के कारण खरीफ की फसल पर आंशिक असर पड़ा था, रबी के उत्पादन में भी थोड़ा कमी आ सकती है। गेहूं की बुआई के लिए जमीन में नमी जरूरी है, लेकिन इस बार सितंबर और अक्टूबर में न के बराबर बारिश हुई, जिससे खेत काफी हद तक सूखे रह गए।

गेहूं की फसल का रकबा

जिला, गेहूं

पौड़ी, 14890

टिहरी, 13018

उत्तरकाशी, 10580

रुद्रप्रयाग, 850

देहरादून (पर्वतीय), 1410

(खेती का क्षेत्रफल हेक्टेयर में है।)

मानसून की बारिश की स्थिति

जिला, वास्तविक, सामान्य बारिश, कमी

पौड़ी, 642, 1225, 48

उत्तरकाशी, 633, 1208, 48

रुद्रप्रयाग, 977, 1485, 34

टिहरी, 710, 990, 29

देहरादून, 1123, 1525, 26

(बारिश मिलीमीटर में, कमी फीसद में)

यह भी पढ़ें: देहरादून में आम का एक पेड़ ऐसा, जिस पर एक नहीं 45 किस्मों के लगेंगे आम


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.