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Dussehra 2020: 72 साल में पहली बन्नू बिरादरी नहीं मनाएगी दशहरा, जानिए वजह

Dussehra 2020 72 साल में पहली बार बन्नू बिरादरी दशहरा पर्व नहीं मनाएगी। कोरोना वायरस संक्रमण के चलते बन्नू बिरादरी ने 25 अक्टूबर को दशहरा पर्व पर बिरादरी के कार्यक्रम को स्थगित कर दिया है। उनका कहना है कि पचास लोगों में ये संभव नहीं है।

By Raksha PanthariEdited By: Published: Sat, 24 Oct 2020 01:20 PM (IST)Updated: Sat, 24 Oct 2020 10:41 PM (IST)
Dussehra 2020: 72 साल में पहली बन्नू बिरादरी नहीं मनाएगी दशहरा, जानिए वजह
72 साल में पहली बन्नू बिरादरी नहीं मनाएगी दशहरा।

देहरादून, जेएनएन। Dussehra 2020 72 साल में पहली बार बन्नू बिरादरी दशहरा नहीं मनाएगी। कोरोना वायरस संक्रमण के चलते बन्नू बिरादरी ने 25 अक्टूबर को दशहरा पर्व पर बिरादरी के कार्यक्रम को स्थगित कर दिया है। बन्नू बिरादरी के अध्यक्ष हरीश विरमानी ने बताया कि इस साल कोरोना संक्रमण को देखते हुए आयोजनों में सिर्फ 50 ही लोगों को अनुमति दी गई है। ऐसे में इतने लोगों के साथ इस कार्यक्रम को करना संभव नहीं हो पाएगा। 

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साल 1948 से हर बन्नू बिरादरी हर साल दशहरे के अवसर पर राजधानी देहरादून के परेड ग्राउंड में रावण दहन का कार्यक्रम और भव्य समारोह आयोजित करती आ रही है। पर इस साल कोरोना महामारी के प्रकोप को देखते हुए और सोशल डिस्टेसिंग के नियमों को ध्यान में रखते हुए बिरादरी ने दशहरा पर्व पर होने वाले समाहरोह को परेड ग्राउंड के स्थान पर रेसकोर्स स्थित बन्नू स्कूल में सूक्ष्म रुप से मनाने के लिए जिला प्रशासन से कम से कम 200 व्यक्तियों के शामिल होने की अनुमति मांगी थी।

हालांकि, प्रशासन ने दशहरा कार्यक्रम के लिए ज्यादा से ज्यादा 50 ही लोगों को ही अनुमति प्रदान की है। ऐसे इसे स्थगित करने का फैसला लिया गया। बन्नू बिरादी के अध्यक्ष हरीश विरमानी ने बताया कि  हर साल आयोजित होने वाला दशहरा कार्यक्रम देहरादून शहर का मुख्य कार्यक्रम होता है, जिसमें पिछले कई सालों से लगभग एक लाख से ज्यादा लोग शामिल होते हैं। अब वर्तमान की परिस्थितियों को देखते हुए इस कार्यक्रम को 50 लोगों के साथ करना संभव नहीं है।

दस फीट से ज्यादा नहीं होगी पुतलों की ऊंचाई  

25 अक्टूबर को मनाए जाने वाले दशहरा पर्व के लिए जिलाधिकारी डॉ. आशीष श्रीवास्तव ने शुक्रवार को गाइडलाइन जारी की है। इसके मुताबिक पर्व पर रावण, कुंभकर्ण, मेघनाथ के पुतलों की ऊंचाई 10 फीट तक सीमित रहेगी और 50 से अधिक लोग पुतला दहन के स्थान पर एकजुट नहीं हो पाएंगे। इसके साथ ही दशहरा पर्व पर लगने वाले मेलों को भी प्रतिबंधित किया गया है, जिसका अनिवार्य रूप से पालन करना होगा।

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डीएम के आदेश के मुताबिक, पुतला दहन के अवसर पर भी सिर्फ आयोजक संस्था से संबंधित लोग ही उपस्थित रहेंगे। जिलाधिकारी ने बताया कि केंद्र और राज्य सरकार की गाइडलाइन के अनुरूप आदेश जारी किए गए हैं। प्रशासन का प्रयास है कि सभी व्यक्ति उत्साह के साथ बुराई पर अच्छाई की जीत के पर्व को मनाएं और कोरोना संक्रमण की रोकथाम के नियमों का पालन करें। नियमों का पालन करना भी बुराई पर अच्छाई की जीत के समान है। 

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