चारधाम यात्रा के दौरान ऋषिकेश में होगी वनवे व्यवस्था
चारधाम यात्रा के दौरान ऋषिकेश में वन-वे व्यवस्था लागू होगी। जिलाधिकारी देहरादून एसए मुरुगेशन ने अधिकारियों को इसी सप्ताह वन-वे व्यवस्था के लिए रूट प्लान तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि वन-वे व्यवस्था ऐसी हो जिससे स्थानीय लोगों को आवागमन में परेशानी न हो और शहर का व्यापार व व्यवसाय पर भी कोई प्रतिकूल प्रभाव न पड़े।
जागरण संवाददाता, ऋषिकेश :
चारधाम यात्रा के दौरान ऋषिकेश में वन-वे व्यवस्था लागू होगी। जिलाधिकारी देहरादून एसए मुरुगेशन ने अधिकारियों को इसी सप्ताह वन-वे व्यवस्था के लिए रूट प्लान तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि वन-वे व्यवस्था ऐसी हो, जिससे स्थानीय लोगों को आवागमन में परेशानी न हो और शहर का व्यापार व व्यवसाय पर भी कोई प्रतिकूल प्रभाव न पड़े।
मंगलवार को जिलाधिकारी एसए मुरुगेशन ने नगर निगम सभागार में चारधाम यात्रा के संबंध में विभागीय अधिकारियों सहित स्थानीय व्यापारियों, होटल एसोसिएशन व संयुक्त रोटेशन के पदाधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने संयुक्त रोटेशन की तैयारियों की जानकारी लेते हुए उनसे संचालन में आ रही परेशानियों को जाना। संयुक्त रोटेशन के पदाधिकारियों ने चारधाम यात्रा के दौरान संयुक्त रोटेशन के अतिरिक्त नटराज चौक और चंद्रभागा पुल के समीप नदी में अस्थायी पार्किंग खोलने की मांग की। संयुक्त रोटेशन के पदाधिकारियों ने अवगत कराया कि उनके वाहन सिर्फ यात्रियों को होटल या धर्मशालाओं से लेने के लिए ही नगर में प्रवेश करते हैं, जबकि सभी वाहनों का संचालन शहर के बाहर से होता है, लिहाजा शहर में प्रवेश के लिए सही व्यवस्था बनाई जाए। यातायात व्यवस्था पर चिता जताते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि नगर में सड़कें बेहद संकीर्ण हैं, जिससे यहां यातायात सुचारू करने में परेशानी आएगी। उन्होंने उप जिलाधिकारी, पुलिस क्षेत्राधिकारी व सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी से इसी सप्ताह के भीतर यात्रा काल के लिए वन-वे व्यवस्था बनाने के लिए सर्वे करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि वन-वे व्यवस्था में स्थानीय लोगों की सुविधा और व्यवसाय का विशेष ध्यान रखा जाए। इसके साथ ही उन्होंने सड़कों पर होने वाले अतिक्रमण को हटाने के लिए नियमित रूप से अभियान चलाने के निर्देश दिए। उन्होंने ऊर्जा निगम, जल संस्थान व पर्यटन विभाग के अधिकारियों को समय पर यात्रा तैयारी पूरी करने के निर्देश दिए। बैठक में उप जिलाधिकारी प्रेमलाल, आरटीओ देहरादून दिनेश चंद्र पठोई, एआरटीओ डॉ. अनीता चमोला, लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता बलराम मिश्रा, ऊर्जा निगम के अधिशासी अभियंता डीपी सिंह, एसडीओ अरविद नेगी, एसएसआइ ऋषिकेश मनोज नैनवाल, एसएसआइ मुनिकीरेती संजीत कुमार, सहायक नगर आयुक्त उत्तम सिंह नेगी, वन क्षेत्राधिकारी आरपीएस नेगी, परिवहन निगम के विपिन कुमार, संयुक्त रोटेशन के अध्यक्ष भानु प्रकाश रांगड़, पूर्व अध्यक्ष चंदन सिंह पंवार, बृजभानु प्रकाश गिरी, व्यापारी नेता राजकुमार अग्रवाल, वेद प्रकाश धींगड़ा, प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल के अध्यक्ष पंकज गुप्ता, गोपाल नारंग, मदन नागपाल, त्रिलोक सेक्योरिटी सिस्टम के मैनेजर प्रेम अनंत आदि उपस्थित थे।
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चार मई से खुल जाएगा कंट्रोल रूम
जिलाधिकारी देहरादून एसए मुरुगेशन ने बताया कि चार मई से ऋषिकेश के चारधाम यात्रा बस टर्मिनल कंपाउंड में कंट्रोल रूम शुरू हो जाएगा। उन्होंने बताया कि कंट्रोल रूप में परिवहन विभाग, पुलिस, संयुक्त रोटेशन, पर्यटन विभाग, आपदा प्रबंधन आदि महत्वपूर्ण विभागों के काउंटर स्थापित किए जाएंगे। ताकि किसी भी तरह की परेशानी के समाधान के लिए सभी विभाग आपसी सामंजस्य के साथ काम कर सकें।
अव्यवस्थाओं को देखकर अधिकारियों को लगाई फटकार
जिलाधिकारी देहरादून ने नगर निगम सभागार में बैठक के पश्चात चारधाम यात्रा बस टर्मिनल कंपाउंड का निरीक्षण किया। उन्होंने यहां पंजीकरण काउंटर का भी निरीक्षण किया। पंजीकरण का जिम्मा संभालने वाली त्रिलोक सेक्योरिटी सिस्टम के प्रबंधक प्रेम अनंत ने बताया कि एक मई से फोटो मैट्रिक पंजीकरण का काम शुरू हो जाएगा। उन्होंने बताया कि इससे जल्द ही पंजीकरण के लिए सिस्टम काम करने लगेगा। संभव है कि इससे पहले ही एक-दो काउंटर काम करने शुरू कर देंगे। जिलाधिकारी ने पंजीकरण काउंटर के बाहर यात्रियों की सुविधा के लिए टिन शेड को आगे बढ़ाने के निर्देश दिए। इसके अलावा बस टर्मिनल कंपाउंड पर बने प्रतिक्षालयों में पंखों की व्यवस्था करने और नल व टोटियों को व्यवस्थित करने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया। यहां सुलभ शौचालय के पास एक कमरे में हुए कब्जे को देखकर जिलाधिकारी बिफर गए। उन्होंने इस कब्जे को तत्काल खाली कराने के निर्देश दिए।
एक सप्ताह के भीतर हो कार्रवाई
चारधाम यात्रा बस टर्मिनल पर निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी को यहां हुए अवैध कब्जों की भी जानकारी दी गई। एक दुकान के संबंध में जब जिलाधिकारी को पता चला कि ध्वस्तीकरण के नोटिस के बाद भी दुकान जहां की तहां मौजूद है तो उन्होंने उप जिलाधिकारी को तलब किया। संबंधित पत्रावलियां उप जिलाधिकारी को थमाते हुए डीएम ने कहा कि एक सप्ताह के भीतर इस पूरे मामले का निस्तारण करें। यदि दुकान अवैध है तो ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की जाए। यदि वैध है तो इसकी रिपोर्ट भी उन्हें दी जाए। उन्होंने कहा कि वह एक सप्ताह के भीतर पुन: निरीक्षण को पहुंचेंगे, तब तक तैयारियां चाक-चौबंद होनी जरूरी है।