राष्ट्रीय खाद्यान्न सुरक्षा योजना में फिर सामने आई डुप्लीकेसी, जानिए पूरा मामला
एनएफएसए में राशन कार्ड की डुप्लीकेसी का खेल सामने आया है। इस बार एक नंबर से दो नामों पर राशन कार्ड जारी कर दिए गए।
देहरादून, जेएनएन। राष्ट्रीय खाद्यान्न सुरक्षा योजना (एनएफएसए) में राशन कार्ड की डुप्लीकेसी का खेल सामने आया है। इस बार एक नंबर से दो नामों पर राशन कार्ड जारी कर दिए गए। यह फर्जी राशन कार्ड तब पकड़ में आए, जब इन दोनों फर्जी कार्डधारकों ने उज्ज्वला योजना के लिए आवेदन किए। इससे विभाग की भूमिका पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।
दरअसल, कंडोली निवासी मंजू की ओर से राजपुर रोड स्थित दून वैली गैस एजेंसी में उज्ज्वला योजना के लिए आवेदन किया गया था। नए नियमों के अनुसार, आवेदनकर्ता ने आधार कार्ड के साथ ही एनएफएसए कार्ड की प्रतिलिपि भी जमा कराई थी। लेकिन, जब इस आवेदन को सॉफ्टवेयर में डाला गया तो पता चला कि इस नंबर के राशन कार्ड से विकासनगर क्षेत्र में सुचिता नामक महिला को भी राशन कार्ड जारी हुआ है। इसके बाद एजेंसी की ओर से यह आवेदन निरस्त कर दिया गया। अब सवाल खड़ा यह होता है कि आखिर एक नंबर से दो नामों पर राशन कार्ड जारी कैसे हो गए।
फर्जी कार्डधारक लगा रहे चूना: इन दोनों कार्डधारकों की ओर से उज्ज्वला योजना को आवेदन किया गया। पहले कार्डधारक ने भी बीपीसी में आवेदन किया। तब भी एजेंसी ने डुप्लीकेसी की वजह से आवेदन निरस्त कर दिया था। वहीं, इन कार्डधारकों की ओर से सरकारी खाद्यान्न भी उठाया जा रहा। लेकिन, विभाग इन सबसे अंजान है।
चमन लाल (मैनेजर, दून वैली गैस सर्विस) का कहना है कि एजेंसी में उज्ज्वला योजना में एक आवेदन फर्जी पाया गया है। इसमें एक नंबर के दो एनएफएसए राशन कार्ड जारी किए गए थे। दोनों ही कार्डधारकों ने अपने-अपने क्षेत्रों में उज्ज्वला के तहत कनेक्शन का आवेदन किया था। यह आवेदन निरस्त कर दिया गया है।
विपिन कुमार (जिला पूर्ति अधिकारी) का कहना है कि अभी ऐसा कोई मामला संज्ञान में नहीं था। यदि ऐसा है तो जानकारी ली जाएगी और आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
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