फर्जी रवन्ने पर खनन सामग्री ले जाने पर वाहन चालक गिरफ्तार
विकासनगर कोतवाली की पुलिस ने हरियाणा से फर्जी रवन्नों पर खनन सामग्री को राज्य में लाए जाने का बड़ा मामला पकड़ा। वाहन चालक के पास से मिले चार रवन्ने फर्जी निकले।
देहरादून, जेएनएन। विकासनगर कोतवाली की पुलिस ने हरियाणा से फर्जी रवन्नों पर खनन सामग्री को राज्य में लाए जाने का बड़ा मामला पकड़ा। वाहन चालक के पास से मिले चार रवन्ने फर्जी निकले, जिस पर पुलिस ने वाहन चालक को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपित के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस ने फर्जी रवन्ने पर चल रहे पांच वाहनों को सीज भी किया।
विकासनगर क्षेत्र में चोरी छिपे अवैध खनन व ओवरलोडिंग करने वाले वाहन चालकों व वाहनों पर प्रभावी कार्रवाई करने के लिए वरिष्ठ उप-निरीक्षक रामनरेश शर्मा के नेतृत्व में पुलिस टीम गठित की गई है। टीम में शामिल पुलिसकर्मी ने मटक माजरी स्थित साईं धर्म कांटे पर खनन सामग्री से भरे वाहनों के रवन्ने व कांटा पर्ची चेक की।
इस दौरान हरियाणा नंबर के खनन से भरे ट्रक को चेक किया गया। चालक के पास अपने रवन्ने के अतिरिक्त चार रवन्ने और मिले। जिस पर पुलिस को शक हो गया। चालक से जब पुलिस ने पूछताछ की तो उसने बताया कि एक रवन्ना उसकी गाड़ी का है, जबकि 4 रवन्ने अन्य गाड़ियों के है, जो देर रात को आएंगी।
पुलिस ने शक होने पर रवन्ने, बिल की मौके पर जांच की तो जय दुर्गा स्टोन क्रशर ग्राम जयधरी खिजराबाद हरियाणा से जारी किए गए चारों रवन्ने व बिल पर हस्ताक्षर अंकित नहीं मिले। रवन्नों की जांच संबंधित क्रशरों से कराई गई। इनमें से चार रवन्ने फर्जी पाए गये और रवन्ने जय दुर्गा नामक क्रशर के नहीं होने की पुष्टि हुई।
इस पर पुलिस ने वाहन चालक राशिद पुत्र सुकरदीन निवासी आमूवाली खिजराबाद जिला यमुनानगर हरियाणा को फर्जी रवन्नों से खनन परिवहन करने के जुर्म में गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपित के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया। पुलिस ने इस मामले में पकड़े पांच वाहनों को सीज किया।
कोतवाल राजीव रौथाण के अनुसार अब राज्य में आने वाले खनन से भरे सभी वाहनों की सघन चेकिंग की जाएगी। जिससे फर्जी रवन्ने पर चल रहे खनन के खेल पर अंकुश लगाया जा सके। नेटवर्क का पता लगाया जा रहा है।
राजस्व का उठाना पड़ रहा है नुकसान
बाहरी राज्यों के खनन माफिया भारी मात्र में उपखनिज को फर्जी रवन्नों के सहारे उत्तराखंड में बेचकर जहां लाखों-करोड़ों रुपये कमा रहे हैं, वहीं उनकी इस गतिविधि से प्रदेश को राजस्व का नुकसान भी उठाना पड़ रहा है।
उत्तराखंड में बाहरी प्रदेशों से प्रतिदिन लगभग आठ सौ से लेकर नौ सौ वाहन उपखनिज लेकर आ रहे हैं। उपखनिज लेकर आ रहे कई वाहन चालकों के पास मैनुअल रवन्ने होने के कारण इनकी आवश्यक जांच करना किसी भी विभाग के लिए संभव नहीं है।
खनन माफिया द्वारा इस मैनुअल व्यवस्था का लाभ उठाते हुए ट्रकों को फर्जी रवन्ने थमाए जा रहे हैं, जिनके आधार पर वे प्रदेश में अपने माल की सप्लाई कर रहे हैं। इससे प्रदेश में बाहरी प्रदेशों से आने वाली खनन सामग्री स्थानीय खनन सामग्री से बेहद कम कीमत पर उपलब्ध हो रही है और उसकी डिमांड सस्ती होने की वजह से ज्यादा है। इस कारण राज्य के उपखनिज की बिक्री प्रभावित हो रही है।
बताते चलें कि प्रदेश की नदियों में कराए जाने वाले खनन की रॉयल्टी, जिला खनिज न्यास फाउंडेशन टैक्स व जीएसटी आदि के रूप में लिया जाने वाला शुल्क इतना अधिक हो जाता है कि स्थानीय कारोबारी बाहरी प्रदेशों से लाई जा रही खनन सामग्री के मूल्य का मुकाबला नहीं कर सकते। जिसके चलते स्थानीय स्तर पर चलने वाले कारोबार या तो बंद हैं या फिर अत्यंत घाटे में चल रहे हैं। उधर बाहरी प्रदेशों से चोरी व फर्जी रवन्नों के सहारे भेजा जा रहा उपखनिज बेहद सस्ती कीमतों में लोगों को उपलब्ध कराया जा रहा है।
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बेहद गंभीर मामला, हो रही है जांच
एसपी देहात पदमेंद्र डोभाल के अनुसार, बाहरी प्रदेशों से फर्जी रवन्ने पर उत्तराखंड में लाई जा रही खनन सामग्री का मामला बेहद गंभीर है। इस पूरे प्रकरण की जांच की जा रही है, गिरफ्तार किए गए युवक से उनके नेटवर्क के बारे में भी जानकारी की जा रही है।
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