उत्तराखंड के 10 लाख घरों में मार्च तक पहुंचेगा पेयजल, जानिए क्या है योजना
उत्तराखंड के ग्रामीण क्षेत्रों के 10 लाख घरों में अगले साल मार्च के महीने तक पानी पहुंचाया जाएगा।सीएम के निर्देश पर ये अभियान एक अक्टूबर से शुरू होगा।
देहरादून, राज्य ब्यूरो। प्रदेश में ग्रामीण क्षेत्रों के 10 लाख घरों में अगले साल मार्च के महीने तक पानी पहुंचाया जाएगा। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के निर्देश पर पेयजल से वंचित घरों को कनेक्शन देने का अभियान एक अक्टूबर से शुरू होगा।
प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में सिर्फ 2.18 लाख घरों के पास ही पेयजल कनेक्शन हैं। इन परिवारों को घर में ही पेयजल उपलब्ध हो रहा है। विडंबना देखिए, राज्य बने हुए तकरीबन 20 साल होने के बावजूद ग्रामीण क्षेत्रों के 14.61 लाख घरों के पास पेयजल कनेक्शन नहीं है। इस मामले में पर्वतीय क्षेत्रों का हाल ज्यादा बुरा है। इन क्षेत्रों के दूरस्थ गांवों में पेयजल आपूर्ति की दुरुस्त व्यवस्था नहीं है। जिन गांवों में पेयजल उपलब्ध है, लेकिन वह हर घर तक नहीं पहुंच रहा है। महिलाओं को पानी लाने के लिए दुर्गम क्षेत्रों में आवाजाही के रूप में मशक्कत करनी पड़ रही है।
पेयजल के इन आंकड़ों को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने गंभीरता से लिया है। उन्होंने हर घर तक पानी पहुंचाने के अभियान को मिशन मोड में अंजाम देने के निर्देश पेयजल महकमे को दिए हैं। पेयजल सचिव नितेश झा ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर जल मिशन के तहत हर घर में पानी पहुंचाया जाएगा। ग्रामीण क्षेत्रों में चालू वित्तीय वर्ष के अंतिम महीने मार्च तक 10 लाख घरों तक पेयजल कनेक्शन पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है।
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इसे अभियान के रूप में आगामी अक्टूबर से शुरू किया जाएगा। आगामी नवंबर माह से इस अभियान के नतीजे दिखाई देने लगेंगे। उन्होंने बताया कि पिछले तीन महीनों में ही 52 हजार घरों तक पानी पहुंचाया गया है। ग्रामीण क्षेत्रों में अब सिर्फ एक रुपये में ही पेयजल कनेक्शन मुहैया कराया जा रहा है।
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